भारत सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की छह सदस्यीय दर-निर्धारण मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) में तीन प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों को सदस्य के रूप में नियुक्ति की है। सरकार ने एमपीसी के इन तीन नए सदस्यों के चयन के लिए एक समिति गठित की थी। एमपीसी के लिए गठित इस चयन समिति की अध्यक्षता आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज ने की थी।
नए सदस्य के बारे में:
- प्रो. आशिमा गोयल, मुंबई स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंटल रिसर्च में प्रोफेसर हैं.
- जयंत आर वर्मा, अहमदाबाद में भारतीय प्रबंधन संस्थान में प्रोफेसर है.
- डॉ. शशांक भिडे, कृषि अर्थशास्त्री और नई दिल्ली के नेशनल काउंसिल ऑफ़ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च के वरिष्ठ सलाहकार है.
मौद्रिक नीति समिति के बारे में
- RBI की MPC समिति में छह सदस्य होते हैं, जिसमें तीन भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी और अन्य तीन बाहरी सदस्य होते है, जिन्हें भारत सरकार द्वारा नामित किया जाता हैं।
- आरबीआई की ओर से तीन सदस्य डॉ. मृदुल के सग्गर, डॉ. माइकल देवव्रत पात्रा और श्री शक्तिकांत दास हैं।
- RBI का गवर्नर MPC का पदेन अध्यक्ष होता है।
- ये पिछले तीन बाहरी एमपीसी सदस्यों, चेतन घाटे, रवींद्र ढोलकिया और पामी दुआ की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल अगस्त 2020 में अंतिम पॉलिसी बैठक के साथ समाप्त हो गया है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- RBI के 25 वें गवर्नर: शक्तिकांत दास; मुख्यालय: मुंबई; स्थापित: 1 अप्रैल 1935, कोलकाता.



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