गतिशक्ति विश्वविद्यालय (GSV) और भारतीय नौसेना ने लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इस सहयोग का उद्देश्य भारतीय नौसेना की लॉजिस्टिक्स क्षमताओं को सुदृढ़ करना है, जिसमें सप्लाई चेन मैनेजमेंट, मल्टीमॉडल परिवहन, और सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह रणनीतिक साझेदारी राष्ट्रीय पहल जैसे पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान 2021 और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति 2022 के अनुरूप है।
प्रमुख बिंदु
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
यह समझौता भारतीय नौसेना के लॉजिस्टिक्स नियंत्रक वाइस एडमिरल दीपक कपूर और गतिशक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति मनोज चौधरी के बीच हुआ।
सहयोग के उद्देश्य
- भारतीय नौसेना की लॉजिस्टिक्स प्रणाली को सुदृढ़ बनाना।
- सप्लाई चेन मैनेजमेंट, मल्टीमॉडल परिवहन, और सतत लॉजिस्टिक्स पर विशेष ध्यान केंद्रित करना।
राष्ट्रीय पहलों के साथ समन्वय
- यह सहयोग पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान 2021 और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति 2022 का समर्थन करता है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स दक्षता को बढ़ाना है।
तकनीकी एकीकरण
समझौता ज्ञापन उभरते क्षेत्रों में विशेषज्ञता के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा, जैसे:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग।
- प्रीडिक्टिव एनालिटिक्स।
- लॉजिस्टिक्स अनुकूलन के लिए ब्लॉकचेन तकनीक।
नौसेना अधिकारियों के लिए शैक्षणिक अवसर
भारतीय नौसेना के अधिकारी GSV में लॉजिस्टिक्स और प्रबंधन से जुड़े शैक्षणिक डिग्री और प्रबंधन कार्यक्रम कर सकेंगे।
अन्य रक्षा सेवाओं के साथ साझेदारी
GSV की भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना के साथ भी मौजूदा साझेदारी है, जिससे यह तीनों सेनाओं को लॉजिस्टिक्स और परिवहन में शिक्षा और अनुसंधान में सहयोग प्रदान करता है।
विश्वविद्यालय का फोकस
गतिशक्ति विश्वविद्यालय का परिवहन और लॉजिस्टिक्स पर केंद्रित दृष्टिकोण इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में नवाचार और कौशल विकास को बढ़ावा देता है।
नेताओं के बयान
- वाइस एडमिरल दीपक कपूर ने कहा कि यह सहयोग नौसेना को उन्नत लॉजिस्टिक्स क्षमताएं और परिचालन अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
- मनोज चौधरी ने बल दिया कि कुशल लॉजिस्टिक्स बलों की तेजी से तैनाती के लिए आवश्यक है और GSV अपनी राष्ट्रीय जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सारांश/स्थिर | विवरण |
क्यों चर्चा में? | गतिशक्ति विश्वविद्यालय और भारतीय नौसेना के बीच लॉजिस्टिक्स शिक्षा के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर |
किसके द्वारा हस्ताक्षरित? | वाइस एडमिरल दीपक कपूर (भारतीय नौसेना) और मनोज चौधरी (GSV) |
उद्देश्य | भारतीय नौसेना के लिए लॉजिस्टिक्स शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना |
मुख्य फोकस क्षेत्र | – सप्लाई चेन मैनेजमेंट – मल्टीमॉडल परिवहन – सतत विकास (सस्टेनेबिलिटी) लॉजिस्टिक्स में |
समर्थित राष्ट्रीय पहलें | – पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान 2021 – राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति 2022 |
तकनीकी क्षेत्र | – AI एप्लिकेशन – प्रीडिक्टिव एनालिटिक्स – ब्लॉकचेन तकनीक |
शैक्षणिक अवसर | भारतीय नौसेना के अधिकारी GSV में शैक्षणिक डिग्री और प्रबंधन कार्यक्रम कर सकेंगे |
मौजूदा साझेदारियाँ | GSV पहले से ही भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना के साथ लॉजिस्टिक्स और परिवहन शिक्षा में सहयोग करता है |
विश्वविद्यालय की भूमिका | परिवहन और लॉजिस्टिक्स नवाचार एवं कौशल विकास पर केंद्रित |
महत्व | नौसेना की लॉजिस्टिक्स क्षमताओं और परिचालन दक्षता को मजबूत करने में मील का पत्थर |