उच्च शिक्षा और उद्योग मंत्री रह चुके और बालासोर जिले से बीजू जनता दल (BJD) के वरिष्ठ नेता अनंत दास का भुवनेश्वर स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे और लंबे समय से उम्र संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
अनंत दास का जन्म 28 अगस्त 1940 को भोगराई ब्लॉक के बालिम पंचायत के कूरथिया गांव में हुआ था। उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि बहुत मजबूत थी। उन्होंने कला में स्नातकोत्तर किया और कानून की डिग्री भी प्राप्त की। सार्वजनिक सेवा के प्रति उनके जुनून ने उन्हें ओडिशा प्रशासनिक सेवा (OAS) में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और बाद में राजनीति में प्रवेश किया।
प्रशासनिक सेवाओं में करियर
राजनीति में प्रवेश करने से पहले, अनंत दास ने ओडिशा प्रशासनिक सेवा (OAS) में शानदार करियर बनाया। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया, जिनमें शामिल थे:
- बालासोर नगरपालिका के कार्यकारी अधिकारी
- राज्य चुनाव आयोग के उप सचिव
- राजस्व और पंचायती राज विभागों के उप सचिव
- भद्रक के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM)
उनका व्यापक प्रशासनिक अनुभव ने उन्हें सरकार के कार्यप्रणाली को गहरे से समझने में मदद की, जिसका लाभ उन्हें बाद में राजनीति में मिला।
राजनीति में प्रवेश और विधानसभा करियर
सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद, दास ने भोगराई विकास परिषद की स्थापना की, जो भोगराई और आस-पास के क्षेत्रों के विकास के लिए समर्पित एक संगठन था। क्षेत्रीय विकास के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें सक्रिय राजनीति में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, और उन्होंने बीजू जनता दल (BJD) का सदस्यता ग्रहण की।
अनंत दास ने 2004 के ओडिशा विधान सभा चुनावों में भोगराई निर्वाचन क्षेत्र से BJD के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने 2009, 2014 और 2019 में भी जीत हासिल की और चार बार विधायक के रूप में सेवा की।
उनकी कार्यकाल के दौरान, उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास, शिक्षा, और सामाजिक कल्याण परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया, जिससे उनके निर्वाचन क्षेत्र में जीवन स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हुआ।
मंत्रिस्तरीय और विधायक भूमिका
अनंत दास ने नवीन पटनायक की सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जो प्रमुख पद धारण किए उनमें शामिल थे:
- ओडिशा विधानसभा में BJD के मुख्य सचेतक (2014-2017) – इस भूमिका में वह विधायी कार्यवाहियों का प्रबंधन और पार्टी अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार थे।
- उच्च शिक्षा और उद्योग मंत्री (2017-2019) – उनके कार्यकाल में ओडिशा में शिक्षा क्षेत्र और औद्योगिक नीतियों में कई सुधार हुए।
मंत्री के रूप में, दास ने उच्च शिक्षा, कौशल विकास, और ओडिशा में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाई। वह शिक्षा और रोजगार के अवसरों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के प्रति गहरी प्रतिबद्धता रखते थे।