भारतीय वायु सेना (IAF) ने 10 सितंबर 2020 को अंबाला के वायु सेना स्टेशन पर फ्रांस से आए पहले पांच राफेल एयरक्राफ्ट को औपचारिक रूप से वायु सेना में शामिल कर लिया है। यह राफेल एयरक्राफ्ट अंबाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन के 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन ऐरोज’ का हिस्सा होंगे। फ्रांस से 27 जुलाई 2020 को पहले पांच राफेल एयरक्राफ्ट भारत पहुंचे थे।
राफेल जेट के बारे में:
- मल्टी-रोल राफेल एयरक्राफ्ट का निर्माण फ्रांसीसी एयरोस्पेस प्रमुख डसॉल्ट एविएशन द्वारा किया गया है।
- भारत ने 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 विमानों की खरीद के लिए 2016 में फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
- सभी 36 विमानों की डिलीवरी 2021 के अंत तक पूरी की जानी है। 36 राफेल जेट विमानों में से 30 फाइटर जेट है, जबकि छह ट्रेनर जेट होंगे।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- वायु सेनाध्यक्ष: राकेश कुमार सिंह भदौरिया.
- वायु सेना की स्थापना: 8 अक्टूबर 1932.
- वायु सेना मुख्यालय: नई दिल्ली.



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