अमेरिका ने भारतीय नागरिक विकास यादव पर खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप तय कर दिए हैं। विकास पर हत्या की साजिश रचने के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए हैं। अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI का कहना है कि विकास भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़े थे।
पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिकी कोर्ट ने 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था। अब FBI ने CC1 को ही विकास यादव बताया है। अमेरिका ने निखिल गुप्ता को पहले ही चेक रिपब्लिक से गिरफ्तार कर लिया था।
विकास ने निखिल को दी पन्नू की सारी जानकारी
FBI ने चार्जशीट में कहा है कि विकास ने ही निखिल गुप्ता को इस साजिश में शामिल किया और निर्देश दिए, जिसमें पन्नू के बारे में पूरी जानकारी थी। इसमें पन्नू का एड्रेस, मोबाइल नंबर और रोजाना की हर एक गतिविधि शामिल थी।
इसके बाद ही गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक अपराधी से संपर्क किया, जिसे उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर समझा था। हालांकि, वह असल में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) का सीक्रेट एजेंट था। FBI का कहना है कि यादव ने इस हत्या के लिए 1 लाख डॉलर (करीब 83 लाख रूपए) देने की योजना बनाई थी।
पन्नू की हत्या की साजिश का मामला क्या है
पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था।
अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।