ओडिशा में महिला उद्यमियों के लिए विशेष औद्योगिक पार्क स्थापित किया जाएगा

ओडिशा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शुरू की गई सुभद्रा योजना राज्यभर की महिलाओं के जीवन को बदल रही है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय सहायता, डिजिटल साक्षरता और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं तक पहुंच प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है। 2024 के चुनावों से पहले भाजपा द्वारा किए गए वादों में शामिल यह योजना पहले ही महत्वपूर्ण प्रभाव डालने लगी है।

सुभद्रा योजना के प्रमुख लाभ

यह योजना महिलाओं को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और उद्यमशीलता की ओर कदम बढ़ा सकें। इस योजना की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान, संबलपुर (IIM Sambalpur) ने ओडिशा सरकार के साथ साझेदारी की है। यह साझेदारी अनुसंधान, नीतिगत सिफारिशें और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करने पर केंद्रित है।

सफलता की कहानियाँ: सुभद्रा योजना की लाभार्थी महिलाएँ

मोनालिसा महांती: आत्मनिर्भरता की मिसाल
नुआगाँव की मोनालिसा महांती को योजना की पहली दो किश्तें मिलीं, जिससे उन्होंने अपनी खुद की सिलाई की दुकान शुरू की। यह उनकी वित्तीय स्वतंत्रता की दिशा में एक बड़ा कदम है और दिखाता है कि यह योजना महिलाओं को अपने जीवन की बागडोर खुद संभालने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

नयना सुबुधि: नए अवसरों की खोज में
नयना सुबुधि, जो इस योजना के तहत दो किश्तें प्राप्त कर चुकी हैं, अभी यह तय कर रही हैं कि खेती में निवेश करें या अपनी गाँव में किराने की दुकान खोलें। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि ग्रामीण ओडिशा की महिलाएँ इस योजना के माध्यम से नए अवसरों की तलाश में हैं

IIM संबलपुर की ओडिशा सरकार के साथ साझेदारी

IIM संबलपुर और महिला एवं बाल विकास विभाग के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसे “उत्कर्ष ओडिशा बिजनेस कॉन्क्लेव” में आधिकारिक रूप से घोषित किया गया। इस साझेदारी का उद्देश्य योजना की प्रभावशीलता को बढ़ाना और लाभार्थियों तक बेहतर तरीके से पहुँच सुनिश्चित करना है

साझेदारी के तहत प्रमुख पहलें

  • वास्तविक समय में मूल्यांकन और अनुसंधान: योजना के प्रभाव का विश्लेषण और सुधार के लिए सुझाव।
  • नीतिगत सिफारिशें: योजना की डिलीवरी प्रणाली को और प्रभावी बनाना।
  • मॉनिटरिंग फ्रेमवर्क: योजना की प्रगति को ट्रैक करने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए निगरानी तंत्र विकसित करना।

सुभद्रा योजना का उद्देश्य और लाभ

वित्तीय सहायता और प्रोत्साहन
योजना के तहत महिलाओं को 5 वर्षों में ₹50,000 (₹10,000 प्रतिवर्ष) की वित्तीय सहायता दी जाएगी। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए, प्रत्येक ग्राम पंचायत और शहरी निकाय में सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन करने वाली शीर्ष 100 महिलाओं को ₹500 का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा।

पात्रता मानदंड

  • इस योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो पहले से किसी अन्य सरकारी योजना के तहत ₹1,500 प्रति माह (₹18,000 प्रतिवर्ष) या अधिक की वित्तीय सहायता प्राप्त नहीं कर रही हैं
  • पेंशन, छात्रवृत्ति या अन्य सरकारी लाभ प्राप्त करने वाली महिलाएँ इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं

IIM संबलपुर की भूमिका: डेटा आधारित रणनीति

  • योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए डेटा-संचालित दृष्टिकोण अपनाया जाएगा।
  • IIM संबलपुर की टीम लाभार्थियों की सफलता की कहानियाँ संकलित करेगी और महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने में मार्गदर्शन देगी
  • मार्च 2024 तक योजना के प्रभाव का मूल्यांकन किया जाएगा और सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

सुभद्रा कार्ड: वित्तीय समावेशन का प्रतीक

योजना के तहत सभी लाभार्थियों को “सुभद्रा कार्ड” (ATM-कम-डेबिट कार्ड) दिया जाएगा, जिससे वे आसानी से डिजिटल लेनदेन कर सकेंगी। यह कार्ड महिलाओं को वित्तीय सशक्तिकरण और डिजिटल साक्षरता की ओर प्रेरित करेगा

निष्कर्ष

सुभद्रा योजना ओडिशा की महिलाओं के जीवन को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। IIM संबलपुर की भागीदारी से यह योजना और अधिक प्रभावी और लाभकारी बन सकती है, जिससे महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता और सामाजिक सुरक्षा मिलेगी।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

2 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

2 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

4 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

6 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

7 hours ago