सुप्रसिद्ध इतिहासकार और अवध विशेषत: लखनऊ के विशेषज्ञ योगेश प्रवीण (Yogesh Praveen) का निधन हो गया है. अपनी पुस्तकों और लेखों के माध्यम से, उन्होंने जनता को अवध की समृद्ध विरासत और संस्कृति के बारे में जानने में सक्षम बनाया. उन्हें 2019 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. उनकी किताबों के शीर्षक जैसे ‘दास्तान-ए-अवध’, ‘ताजदारे-अवध’, ‘बहारे-अवध’, ‘गुलिस्तान-ए-अवध’, ‘डूबता अवध’, ‘दास्ताँ-ए-लखनऊ’ और ‘आपका लखनऊ’ शहर के साथ उनके लंबे-चौड़े संबंध है.
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