केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय प्रशिक्षुता एवं प्रशिक्षण योजना (NATS) 2.0 पोर्टल लॉन्च किया है और प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से प्रशिक्षुओं को 100 करोड़ रुपये का वजीफा वितरित किया है। इस पहल का उद्देश्य आईटी, विनिर्माण और ऑटोमोबाइल सहित विभिन्न क्षेत्रों में युवा स्नातकों और डिप्लोमा धारकों के लिए रोजगार कौशल को बढ़ाना है।
NATS 2.0 की मुख्य विशेषताएं
- पोर्टल लॉन्च: NATS 2.0 पोर्टल को प्रशिक्षुता के अवसरों को सरल बनाने, लाभार्थियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए पंजीकरण और आवेदन प्रक्रियाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- वजीफा वितरण: 100 करोड़ रुपये की राशि के वजीफे को डीबीटी प्रणाली के माध्यम से सीधे प्रशिक्षुओं के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाता है, जिससे समय पर, कुशल और पारदर्शी वितरण सुनिश्चित होता है।
- कौशल विकास: पोर्टल युवा व्यक्तियों को रोजगार कौशल हासिल करने में सहायता करता है और गारंटीकृत मासिक वजीफा प्रदान करता है।
मंत्री जी की अपील और उद्देश्य
- व्यापक पहुंच: केंद्रीय मंत्री ने शिक्षण संस्थानों और उद्योगों से प्रशिक्षुता के अवसरों को अधिकतम करने के लिए NATS 2.0 पोर्टल में भाग लेने का आग्रह किया।
- एनईपी 2020 के साथ संरेखण: यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के साथ संरेखित है, जो व्यावसायिक शिक्षा को सामान्य शिक्षा के साथ एकीकृत करने पर जोर देती है, जिससे छात्रों के लिए ऊर्ध्वाधर और क्षैतिज गतिशीलता की सुविधा मिलती है।
- एईडीपी के लिए दिशानिर्देश: एनईपी 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप यूजीसी और एआईसीटीई द्वारा अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (एईडीपी) के लिए मसौदा दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।