न्यूजीलैंड के उत्तर में स्थित केरमाडेक द्वीप समूह में भूकंप आया। बता दें कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का अनुमान 10 किमी की गहराई में था और अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली द्वारा शीघ्र ही सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में था।
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भूकंप की तीव्रता को देखते हुए यूएस सुनामी वार्निंग सिस्टम ने 300 किमी के दायरे में निर्जन द्वीपों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी। नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी ने कहा कि भूकंप के बाद न्यूजीलैंड के लिए सुनामी का कोई खतरा नहीं है। बता दें कि न्यूज़ीलैंड भूकंप के प्रति काफी संवेदनशील है क्योंकि यह दुनिया की दो प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटों – प्रशांत प्लेट और ऑस्ट्रेलियाई प्लेट की सीमा पर स्थित है। यह देश एक तीव्र भूकंपीय गतिविधि के एक क्षेत्र के किनारे पर भी है जिसे रिंग ऑफ फायर के रूप में जाना जाता है। गौरतलब है कि न्यूजीलैंड में हर साल हजारों भूकंप आते हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने भी न्यूजीलैंड में भूकंप आया था। न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन के पास 15 फरवरी को 5.7 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने बताया था कि भूकंप, उत्तर और दक्षिण द्वीपों को अलग करने वाले कुक जलडमरूमध्य के 74 किलोमीटर (50 मील) नीचे गहराई में आया था। राजधानी में चक्रवात की वजह से आई बाढ़ और भूस्खलन में चार लोगों की मौत हो गई थी।
भूकंप इतना तेज था कि इसके झटके ऑस्ट्रेलिया में भी महसूस किए गए थे। इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी की तरफ से बताया गया है कि फिजी, न्यूजीलैंड और टोंगा में 0.3 मीटर ऊंची समुद्री लहरें देखी गई हैं। मगर अथॉरिटीज ने कहा है कि न तो ऑस्ट्रेलिया और न ही न्यूजीलैंड पर सुनामी का कोई खतरा है।
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