भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर 27 दिसंबर को बहु-खेल आयोजनों के एक भाग के रूप में ‘ई-स्पोर्ट्स’ (इलेक्ट्रॉनिक स्पोर्ट्स) को मान्यता दी है। युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत खेल विभाग द्वारा ई-स्पोर्ट्स का संचालन किया जाएगा। यह फैसला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संविधान के अनुच्छेद 77 के प्रावधान तीन में दिए गए अधिकारों का प्रयोग करते हुए ई स्पोर्ट्स से संबंधित नियमों में बदलाव के बाद किया गया।
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उल्लेखनीय है कि जकार्ता एशियाई खेल 2018 में ई खेलों को नुमाइशी खेल के रूप में शामिल किए जाने के बाद से इसे बहु खेल आयोजन का हिस्सा बनाने की मांग उठ रही थी। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति भी ई खेलों को बढ़ावा दे रही है और इसी कवायद में जून 2023 में सिंगापुर में पहला ओलंपिक ई स्पोर्ट्स सप्ताह भी मनाया जाएगा। अगले साल चीन में होने वाले एशियाई खेलों में ई खेलों का पदार्पण होगा। इंडियन एस्पोर्ट्स इंडस्ट्री ई-स्पोर्ट्स को “गेमिंग” शब्द के तहत क्लब न करने के लिए लड़ रही है।
ई-स्पोर्ट्स क्या है?
- ई-स्पोर्ट्स या “इलेक्ट्रॉनिक स्पोर्ट्स”, ऑनलाइन गेमिंग को एक दर्शक खेल में बदल देता है।
- इसका अनुभव एक पेशेवर खेल आयोजन देखने के समान है, इसमें दर्शक वीडियो गेमर्स को एक आभासी वातावरण में एक दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते हुए देखते हैं।
- ई-स्पोर्ट्स उद्योग ने यह सुनिश्चित किया है कि ई-स्पोर्ट्स एक प्रतिस्पर्धी खेल है जहां ई-स्पोर्ट्स एथलीट आभासी, इलेक्ट्रॉनिक वातावरण में वीडियो गेम की कुछ शैलियों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमताओं का उपयोग करते हैं।