रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कर्नाटक में सफलतापूर्वक अपने मानवरहित कॉम्बैट एरियल व्हीकल रूस्तम -2 (RUSTOM-II) की सफलता पूर्वक उड़ान भरी. यह उड़ान महत्व रखती है क्योंकि यह उच्च शक्ति इंजन के साथ यूज़र कॉन्फ़िगरेशन में पहली उड़ान है.
वर्तमान में भारत इस तरह के हिंसक ड्रोनों के लिए अमेरिका और इज़राइल पर निर्भर करता है. डीआरडीओ भारत के भीतर एक मध्यम ऊंचाई लंबे धीरज वाले मानव रहित हवाई वाहन रूस्तम -2 विकसित कर रहा है. इसमें 200 किमी / घंटा की गति से 24 घंटे तक एक मार्ग पर उड़ने की क्षमता है, और यह न केवल निरंतर निगरानी का संचालन कर सकता है, बल्कि दुश्मन के लक्ष्य को भेदने में भी सक्षम है.
Canara Bank PO 2018 परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु-
- डीआरडीओ चेयरमैन- एस क्रिस्टोफर, मुख्यालय– नयी दिल्ली.
स्रोत- डीडी न्यूज़