यह उपयोगकर्ता पूर्वेक्षण फायरिंग का तीसरा और अंतिम चरण था जिसमें पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में बैटरी गठन में छः धनुष तोपे दागी गई थीं. परीक्षणों का पहला चरण जुलाई और सितंबर 2016 के बीच पोखरण और बाबीना पर्वतमाला के बीच आयोजित किया गया था और दूसरा चरण अक्टूबर और दिसंबर 2016 के बीच तीन तोपों के साथ सियाचिन बेस शिविर में आयोजित किया गया था.
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