डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर एसोसिएशन (डीआईपीए) ने समिट डिजिटल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) धनंजय जोशी को चेयरमैन नियुक्त किया है। जोशी इस पद पर भारती एंटरप्राइजेज के चेयमैन अखिल गुप्ता का स्थान लेंगे। गुप्ता साल 2011 से दूरसंचार उद्योग से जुड़े इस निकाय के चेयरमैन हैं।
बयान के अनुसार, डीआईपीए ने अमेरिकन टावर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संदीप गिरोत्रा को एसोसिएशन का वाइस चेयरमैन नियुक्त किया है। जोशी और गिरोत्रा एक अक्टूबर 2023 को अपना-अपना पदभार ग्रहण करेंगे। बयान में कहा गया कि अखिल गुप्ता ने डीआईपीए के संरक्षक सदस्य का पद संभालने के कार्यकारी समिति के सदस्यों के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (डीआईपीए) के बारे में
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (डीआईपीए) एक गैर-लाभकारी उद्योग निकाय है जो भारत में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है। इसकी स्थापना 2010 में टॉवर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (टीआईपीए) के रूप में की गई थी, लेकिन इसकी सदस्यता के व्यापक दायरे को प्रतिबिंबित करने के लिए 2020 में इसका नाम बदलकर डीआईपीए कर दिया गया।
डीआईपीए के सदस्यों में भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे के विकास, निर्माण, स्वामित्व और संचालन में शामिल कंपनियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है:
- टावर और दूरसंचार अवसंरचना प्रदाता
- फाइबर ऑप्टिक केबल तैनात करने वाले
- डेटा सेंटर ऑपरेटर
- ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदाता
- उपकरण निर्माता
डीआईपीए का मिशन भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचा उद्योग की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है। यह उद्योग के विकास का समर्थन करने वाली नीतियों की वकालत करने के लिए सरकार, नियामकों और अन्य हितधारकों के साथ काम करता है। डीआईपीए अपने सदस्यों को नेटवर्क बनाने, सहयोग करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है।
DIPA ने भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने उन नीतियों को विकसित करने और लागू करने के लिए सरकार के साथ काम किया है जिससे देश भर में मोबाइल टावरों, फाइबर ऑप्टिक केबल और अन्य डिजिटल बुनियादी ढांचे की तैनाती में आसानी हुई है। डीआईपीए ने भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
डीआईपीए भारत सरकार, नियामकों और डिजिटल बुनियादी ढांचा उद्योग के लिए एक मूल्यवान संसाधन है। यह संवाद और सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करता है, और यह उन नीतियों को आकार देने में मदद करता है जो भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे के भविष्य को आकार दे रही हैं।