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देवजीत सैकिया बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव नियुक्त

पूर्व असम क्रिकेटर देबजीत सैकिया को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का कार्यवाहक सचिव नियुक्त किया गया है। यह पद जय शाह के आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के अध्यक्ष बनने के बाद खाली हुआ था। बीसीसीआई के अध्यक्ष रॉजर बिन्नी ने अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करते हुए यह अस्थायी नियुक्ति की। सैकिया की यह भूमिका स्थायी सचिव की नियुक्ति तक सीमित है।

जय शाह का बीसीसीआई सचिव के रूप में कार्यकाल

प्रमुख उपलब्धियां:

  1. घरेलू क्रिकेट को मजबूती: जय शाह ने भारतीय क्रिकेट की जड़ों को मजबूत करने के लिए घरेलू क्रिकेट में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया।
  2. समान वेतन नीति: महिला और पुरुष क्रिकेटरों के वेतन में समानता सुनिश्चित की, जो खेल में लैंगिक समानता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था।

आईसीसी में बदलाव:
1 दिसंबर 2024 को जय शाह ने आईसीसी के अध्यक्ष का पदभार संभाला। उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट को वैश्विक पहचान मिली, जिससे उन्हें विश्व क्रिकेट प्रशासन के शीर्ष पद पर पहुंचने का अवसर मिला।

देबजीत सैकिया की नियुक्ति

भूमिका और जिम्मेदारियां:
सैकिया, जो पहले बीसीसीआई के संयुक्त सचिव रह चुके हैं, अब कार्यवाहक सचिव की भूमिका निभाएंगे। उनकी नियुक्ति बीसीसीआई संविधान की धारा 7(1)(d) के तहत की गई, जो बोर्ड अध्यक्ष को अंतरिम नियुक्ति का अधिकार देती है।

रॉजर बिन्नी का बयान:
रॉजर बिन्नी ने सैकिया की नियुक्ति को बोर्ड की कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए एक विश्वसनीय निर्णय बताया। उन्होंने सैकिया को यह जिम्मेदारी सौंपते हुए संविधान का हवाला दिया और नेतृत्व की निरंतरता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

एक भरोसेमंद प्रशासक:
पूर्व क्रिकेटर और प्रशासक के रूप में सैकिया के पास व्यापक अनुभव है। संयुक्त सचिव के रूप में उनका कार्यकाल बीसीसीआई के संचालन की गहरी समझ प्रदान करता है, जिससे वह इस भूमिका के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनते हैं।

बीसीसीआई नेतृत्व परिवर्तन

अस्थायी समाधान:
सैकिया की नियुक्ति बीसीसीआई के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए एक अस्थायी व्यवस्था है। संविधान के अनुसार, स्थायी सचिव की नियुक्ति नियामक प्रक्रिया के तहत की जाएगी।

भविष्य की संभावनाएं:
यह नेतृत्व परिवर्तन भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण समय पर हो रहा है, जहां आगामी टूर्नामेंटों की तैयारी और घरेलू क्रिकेट में सुधार जैसे कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने हैं।

भारतीय क्रिकेट पर प्रभाव

बीसीसीआई में यह नेतृत्व परिवर्तन संगठन के सुचारू संचालन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सैकिया की नियुक्ति से यह सुनिश्चित होता है कि बोर्ड संक्रमणकाल के दौरान स्थिर रहे। साथ ही, जय शाह का आईसीसी में जाना विश्व क्रिकेट प्रशासन में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर करता है।

Category Details
चर्चा में क्यों? जय शाह के आईसीसी चेयरमैन बनने के बाद देवजीत सैकिया को बीसीसीआई का कार्यवाहक सचिव नियुक्त किया गया।
बीसीसीआई सचिव के रूप में जय शाह की विरासत कार्यकाल की मुख्य बातें: – घरेलू क्रिकेट में सुधार। – पुरुष और महिला क्रिकेटरों के लिए समान वेतन लागू किया। ICC चेयरमैन का पदभार: – 1 दिसंबर, 2024 को ICC चेयरमैन का पद संभाला, जिससे BCCI सचिव का पद खाली रह गया।
देवजीत सैकिया की नियुक्ति भूमिका: बीसीसीआई संविधान की धारा 7(1)(डी) के तहत नियुक्त कार्यवाहक सचिव। जिम्मेदारियाँ: स्थायी सचिव की नियुक्ति तक बोर्ड संचालन का प्रबंधन करना।
रोजर बिन्नी का बयान बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने नेतृत्व की निरंतरता सुनिश्चित करते हुए सैकिया को नियुक्त करने के लिए संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग किया।
सैकिया का अनुभव पृष्ठभूमि: पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के पूर्व संयुक्त सचिव, अंतरिम भूमिका में बहुमूल्य अनुभव ला रहे हैं।
बीसीसीआई नेतृत्व परिवर्तन अस्थायी व्यवस्था: बीसीसीआई के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी नियुक्ति। भविष्य की संभावनाएँ: आगामी टूर्नामेंटों और घरेलू क्रिकेट में सुधारों के लिए नियुक्ति एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है।
भारतीय क्रिकेट पर प्रभाव नेतृत्व परिवर्तन संक्रमणकालीन चरण के दौरान स्थिरता सुनिश्चित करता है। जय शाह का ICC में पदोन्नत होना वैश्विक क्रिकेट प्रशासन में भारत के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
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vikash

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