इक्वाडोर के दक्षिणपंथी मौजूदा राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने दूसरे दौर के राष्ट्रपति रन-ऑफ चुनाव में जीत हासिल कर ली है। इस जीत के साथ उन्हें पूर्ण चार वर्षीय कार्यकाल मिला है। नोबोआ ने अपनी वामपंथी प्रतिद्वंद्वी लुइसा गोंजालेज़ को बड़े अंतर से हराया, जो देश में बढ़ती नशीली तस्करी से जुड़ी हिंसा और आर्थिक अस्थिरता के बीच जनता की चिंताओं को दर्शाता है। राष्ट्रीय चुनाव परिषद ने परिणामों की घोषणा की, हालांकि लुइसा गोंजालेज़ ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए पुनर्मतगणना की मांग की है।
चुनाव परिणाम और मत प्रतिशत
डैनियल नोबोआ ने राष्ट्रपति रन-ऑफ चुनाव में 55.8% वोट हासिल कर जीत दर्ज की।
उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी लुइसा गोंजालेज़ पर लगभग 12 अंकों की बढ़त बनाई, जिन्हें करीब 44.2% वोट मिले।
परिणामों की घोषणा 90% से अधिक मतगणना के आधार पर की गई।
नोबोआ को पहले 2023 के त्वरित चुनावों में चुना गया था; अब उन्हें पूरा चार साल का कार्यकाल प्राप्त हुआ है।
चुनावी धांधली के दावे
गोंजालेज़ ने चुनाव को “इक्वाडोर के इतिहास में सबसे भयावह और विकृत चुनावी धोखाधड़ी” बताया।
उन्होंने पुनर्मतगणना की मांग की, भले ही अंतर स्पष्ट था।
नोबोआ ने आरोपों को नकारते हुए चुनावी प्रक्रिया में जनता के विश्वास को दोहराया।
पृष्ठभूमि
इक्वाडोर में 2021 से नशीली तस्करी से जुड़ी हिंसा में तेजी आई है, क्योंकि यह कोलंबिया और पेरू जैसे कोकीन उत्पादक देशों के निकट है।
नोबोआ का अभियान “mano dura” (लोहे की मुट्ठी) नीति पर केंद्रित था ताकि कानून और व्यवस्था बहाल की जा सके।
2025 की शुरुआत में हर घंटे एक हत्या तक के मामले सामने आए।
नोबोआ के तहत सुरक्षा उपाय
उन्होंने सार्वजनिक सुरक्षा का सैन्यीकरण किया — शहरों और बंदरगाहों में सैनिकों की तैनाती की।
ड्रग कार्टेल के खिलाफ कार्रवाई की गई और कई प्रमुख अपराधी नेताओं को पकड़ा गया।
अमेरिकी विशेष बलों को भी एंटी-नारकोटिक ऑपरेशनों में सहायता के लिए आमंत्रित किया गया।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
बढ़ती हिंसा के कारण विदेशी निवेश और पर्यटन में गिरावट आई, जिससे आर्थिक संकट और गहरा गया।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले इक्वाडोरवासियों की संख्या बढ़कर 28% हो गई।
नोबोआ ने सुरक्षा, रोजगार सृजन और विदेशी व्यापार पर ध्यान केंद्रित करते हुए आर्थिक पुनरुद्धार का वादा किया है।
विपक्षी प्रोफ़ाइल
लुइसा गोंजालेज़ एक वामपंथी नेता हैं, जो पूर्व राष्ट्रपति राफेल कोरेया के करीबी मानी जाती हैं।
उन्हें पहले दौर में आदिवासी नेता लियोनिदास इज़ा का समर्थन प्राप्त था।
हालांकि शुरू में उन्हें बढ़त मिली थी, लेकिन सुरक्षा मुद्दों ने मतदाताओं को नोबोआ के पक्ष में कर दिया।
| सारांश/स्थिर जानकारी | विवरण |
| चर्चा में क्यों? | डैनियल नोबोआ ने इक्वाडोर के 2025 राष्ट्रपति रन-ऑफ चुनाव में पुनः जीत दर्ज की |
| राष्ट्रपति | पुनः निर्वाचित डैनियल नोबोआ |
| राजनीतिक जुड़ाव | दक्षिणपंथी (Right-wing) |
| विपक्षी उम्मीदवार | लुइसा गोंजालेज़ (वामपंथी – Left-wing) |
| नोबोआ का मत प्रतिशत | 55.8% |
| गोंजालेज़ का मत प्रतिशत | 44.2% |
| चुनाव प्रकार | दूसरे चरण का रन-ऑफ चुनाव |
| कार्यकाल अवधि | पूर्ण 4 वर्षीय कार्यकाल (2023 के आकस्मिक चुनावों से पहले का अंतरिम कार्यकाल समाप्त) |
| मुख्य फोकस क्षेत्र | ड्रग कार्टेल पर सख्त कार्रवाई, आर्थिक पुनरुद्धार |
| हिंसा की स्थिति | 2025 की शुरुआत में प्रति घंटे 1 हत्या; ड्रग कार्टेल से जुड़ी हिंसा |
| गरीबी दर | जनसंख्या का 28% |
| गोंजालेज़ को प्रमुख समर्थन | लियोनिदास इज़ा (आदिवासी नेता), राफेल कोरेया (पूर्व राष्ट्रपति) |
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