डाबर इंडिया (Dabur India) पूरी तरह से प्लास्टिक वेस्ट न्यूट्रल बनने वाली पहली भारतीय कंज्यूमर गुड्स कंपनी बन गई है। इसने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान लगभग 27,000 मीट्रिक टन पोस्ट-कंज्यूमर प्लास्टिक कचरे का संग्रह, प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण करके ऐसा किया है। डाबर ने रीसाइक्लिंग के साथ अपने प्लास्टिक पैकेजिंग उपयोग को पार करने का मील का पत्थर हासिल किया है। प्लास्टिक कचरा प्रबंधन (Plastic Waste Management – PWM) नियम के तहत डाबर की प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पहल 2017-18 में शुरू की गई थी।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू जनवरी 2022, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
डाबर ने घरेलू प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के बारे में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश में एक नया ‘पर्यावरण बचाओ (Save the Environment)’ अभियान शुरू करने की भी घोषणा की है। वे इस प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में कस्बों और गांवों में स्कूली बच्चों के साथ काम कर रहे हैं, उन्हें कचरे के विभिन्न रूपों और स्रोत पर उन्हें छांटने के लाभों के बारे में शिक्षित कर रहे हैं। वे कचरे के डिब्बे, स्वच्छता सुविधाएं और आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) सामग्री प्रदान करके सरकारी स्कूलों की सहायता कर रहे हैं।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- डाबर इंडिया के सीईओ: मोहित मल्होत्रा;
- डाबर इंडिया मुख्यालय: गाजियाबाद;
- डाबर इंडिया के संस्थापक: एस.के. बर्मन;
- डाबर इंडिया की स्थापना: 1884।