राष्ट्रीय अभिलेखागार और वाणी प्रकाशन के सहयोग से 30 अप्रैल 2025 को पुस्तक “रामानुजन: जर्नी ऑफ अ ग्रेट मैथमेटिशियन” का विमोचन किया जाएगा। इस पुस्तक के लेखक अरुण सिंघल और देवेंद्र कुमार शर्मा हैं, जिन्होंने भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के अद्भुत जीवन और विरासत को गहराई से प्रस्तुत किया है। यह कार्यक्रम रामानुजन के जीवन की दुर्लभ दस्तावेज़ों और पत्रों के माध्यम से उनकी विलक्षण प्रतिभा, संघर्षों और गणित में योगदान को उजागर करेगा।
समाचारों में क्यों?
यह पुस्तक विमोचन विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और कार्यों का उत्सव है, जिनका गणित में योगदान आज भी वैश्विक स्तर पर प्रभाव डाल रहा है। यह कार्यक्रम न केवल उनकी प्रतिभा को सम्मानित करता है, बल्कि भारत की समृद्ध अभिलेखीय धरोहर की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है।
पुस्तक का परिचय
शीर्षक: रामानुजन: जर्नी ऑफ अ ग्रेट मैथमेटिशियन
लेखक: अरुण सिंघल और देवेंद्र कुमार शर्मा
विषय: यह पुस्तक महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के असाधारण जीवन पर केंद्रित है। यह उनकी विलक्षण प्रतिभा और गणित में उनके महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाती है, जो उन्होंने सीमित औपचारिक शिक्षा और अनेक चुनौतियों के बावजूद प्राप्त किए।
पुस्तक की प्रमुख विशेषताएं
व्यापक शोध: यह पुस्तक दुर्लभ मूल दस्तावेज़ों और व्यक्तिगत पत्रों पर आधारित है, जो रामानुजन की सोच की प्रक्रिया और उनके गणितीय कार्यों की गहरी समझ प्रदान करती है।
संघर्ष और विरासत को उजागर करना: यह पुस्तक न केवल रामानुजन की प्रतिभा को उजागर करती है, बल्कि उनके व्यक्तिगत संघर्षों और उस ऐतिहासिक व सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को भी रेखांकित करती है, जिसने उनके कार्य को आकार दिया।
सहयोगी संस्थाएं
नेशनल आर्काइव्स ऑफ इंडिया (NAI): यह संस्था भारत की अभिलेखीय धरोहर को संजोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इस कारण यह पुस्तक विमोचन के लिए एक उपयुक्त स्थल है।
वाणी प्रकाशन: एक प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थान, जो इस महत्वपूर्ण पुस्तक को जनता तक पहुँचाने में सहयोग कर रहा है।