गंगा में जल प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार की पहल के तहत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जल्द ही दो सीवेज उपचार संयंत्र दिए जाएँगे.
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की कुल दैनिक क्षमता 260 मिलियन लीटर होगी, यह अगले वर्ष मार्च से पहले वाराणसी के दीनापुर और गोइधा में लगाये जाएँगे. सरकार ने हाल ही में वाराणसी के रामना में 50 MLD (लाख लीटर प्रतिदिन) क्षमता STP के निर्माण के लिए अनुबंध को सम्मानित किया है.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य-
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य-
- मलजल उपचार, अपशिष्ट जल से प्रदूषकों को, मुख्यतः घरेलू सीवेज से,निकालने की प्रक्रिया है। STP का पूर्ण रूप Sewage Treatment Plants है.
- वाराणसी गंगा के तट पर प्राचीन शहर में से एक है, यह भारत के पवित्र हिंदू शहरों में से एक है.
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) वाराणसी में स्थित है और छात्रों के लिए एक आकर्षक अध्ययन गंतव्य के रूप में कार्यशील है.
- लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, वाराणसी, उत्तर प्रदेश में स्थित एक सार्वजनिक हवाई अड्डा है.
स्रोत- द इकोनॉमिक टाइम्स