केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री (MSME) नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industries) द्वारा आयोजित “India@75 Summit – Mission 2022” को संबोधित किया है। यह सम्मेलन ‘reinventing technology in India’ पर केंद्रित था। MSME मंत्रालय और उद्योगों को आयात विकल्प, लागत प्रभावी, प्रदूषण मुक्त और स्वदेशी बनाया जाना चाहिए।
MSME क्षेत्र के बारे में:
- MSME क्षेत्र का विस्तार MSME की नई परिभाषा के साथ हुआ है, जिसमें 50 करोड़ तक का निवेश मूल्य और 250 करोड़ रुपये तक का कारोबार शामिल है और MSME के अंतर्गत विनिर्माण और सेवा क्षेत्र को एक समान परिभाषा किया गया हैं।
- भारत के एमएसएमई क्षेत्र में निर्यात का विस्तार प्रौद्योगिकी उन्नयन के साथ किया जा सकता है, जिससे सहायक इकाइयों की संख्या भी बढ़ेगी। कुछ क्षेत्रों में आयात शुल्क बढ़ाने से भारतीय निर्माता का समर्थन होगा।
- सरकार MSME क्षेत्र के तहत सबसे छोटी इकाई को शामिल करने और उनकी सूक्ष्म वित्तीय आवश्यकताओं को प्रदान करने के लिए एक योजना पर काम कर रही है.



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