चीन और कंबोडिया ने मई 2025 के मध्य में “गोल्डन ड्रैगन-2025” संयुक्त सैन्य अभ्यास की शुरुआत की है, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के क्षेत्र में आकार, दायरे और तकनीकी परिष्कार के लिहाज़ से एक बड़ा विस्तार दर्शाता है। इस बार के अभ्यास में अत्याधुनिक मानव रहित युद्ध प्रणालियाँ शामिल हैं और यह ज़मीनी, समुद्री और हवाई अभियानों को कवर करता है। इसका उद्देश्य सामरिक समन्वय, मानवीय सहायता और आतंकवाद-रोधी क्षमताओं को सुदृढ़ करना है।
क्यों है चर्चा में?
“गोल्डन ड्रैगन-2025” संयुक्त अभ्यास मई 2025 में औपचारिक रूप से शुरू हुआ। यह चीन और कंबोडिया के बीच हर साल होने वाले सैन्य सहयोग कार्यक्रम का सातवाँ संस्करण है। इस बार पहली बार यह अभ्यास रीम पोर्ट संयुक्त समर्थन एवं प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से समुद्री क्षेत्र में भी शामिल किया गया है। इसकी बहु-डोमेन रणनीति, ड्रोन तकनीक और सैन्य विश्वास को गहराने को लेकर यह अभ्यास चर्चा में है।
मुख्य विशेषताएँ:
बिंदु | विवरण |
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अभ्यास का नाम | गोल्डन ड्रैगन-2025 |
भागीदार | चीन की पीएलए (PLA) और कंबोडियन सशस्त्र बल |
स्थान | कंबोडिया (जमीन और समुद्र – रीम पोर्ट सहित) |
अवधि | मई 2025 (मध्य से अंत तक) |
थीम | आतंकवाद-रोधी, मानवीय सहायता, शांति और सहयोग |
चरण | अनुकूलन प्रशिक्षण → कमांड अभ्यास → लाइव फोर्स ड्रिल |
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संयुक्त क्षमताओं का सुदृढ़ीकरण
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ज़मीनी, समुद्री और हवाई परिदृश्यों में तालमेल बढ़ाना
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सामरिक अभ्यास और मानव रहित प्रणालियों में प्रशिक्षण
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तकनीकी प्रदर्शन
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ड्रोन स्वार्म, FPV ड्रोन, हमलावर वाहन, रडार सिस्टम और पैदल सेना युद्ध वाहन का प्रदर्शन
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बलों का एकीकरण
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मिश्रित इकाइयों द्वारा अनुकूलन अभ्यास
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संयुक्त कमांड मुख्यालय से समन्वय
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सांस्कृतिक और जनसंपर्क पहल
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सांस्कृतिक कार्यक्रम, जहाज़ों की सार्वजनिक विज़िट, चिकित्सा और शैक्षणिक सेवाएँ
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रणनीतिक महत्व:
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चीन और कंबोडिया के बीच गहरा सैन्य विश्वास दर्शाता है
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दक्षिण-पूर्व एशिया में चीन की रणनीतिक उपस्थिति को सशक्त करता है
सारांश/स्थैतिक जानकारी | विवरण |
क्यों है चर्चा में? | चीन और कंबोडिया ने सैन्य संबंधों को मज़बूत करने के लिए “गोल्डन ड्रैगन-2025” लॉन्च किया |
अभ्यास का नाम | गोल्डन ड्रैगन-2025 |
भागीदार देश | चीन और कंबोडिया |
स्वरूप | संयुक्त सैन्य अभ्यास — मानवीय सहायता और आतंकवाद-रोधी केंद्रित |
अवधि | मई 2025 (मध्य से अंत तक) |
रीम पोर्ट का पहला उपयोग | चीन-कंबोडिया रीम पोर्ट संयुक्त समर्थन एवं प्रशिक्षण केंद्र में पहली बार अभ्यास |
मुख्य तकनीकें | ड्रोन स्वार्म, FPV ड्रोन, उभयचर हमलावर वाहन, रडार सिस्टम |
उद्देश्य | संयुक्त क्षमताओं, सामरिक समन्वय और जन-से-जन संबंधों को सुदृढ़ करना |