चंद्रयान -2 मिशन पर लैंडर, जो जनवरी 2019 में लॉन्च होने वाला है उसे विक्रम साराभाई के नाम के अनुसार ‘विक्रम’ रखा जाएगा, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के पिता. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को अंतरिक्ष आयोग से मंजूरी मिली है.
यह मिशन, चंद्रयान -1 के विपरीत जो चंद्रमा को केवल कक्ष में रखा गया था, इसमें चाँद की सतह पर एक सॉफ्ट लैंडिंग शामिल है चंद्रमा का अध्यन करने और मापने के लिए रोवर को उतारना, जबकि ऑर्बिटर पृथ्वी के उपग्रह के चारों ओर होगा.
उपरोक्त समाचार से Indian Bank PO Exam 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- डॉ के शिवान इसरो के अध्यक्ष हैं
- ISRO का पूर्ण रूप Indian Space Research Organization.
- ISRO का मुख्यालय– बेंगलुरु, कर्नाटक.



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