भारत 21 नवंबर को दुनिया के सबसे बड़े परमाणु और कण भौतिकी प्रयोगशाला, यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन (European Organisation for Nuclear Research – CERN) का सदस्य बना. CERN डायरेक्टर जनरल ने कहा कि भारत की सदस्यता भारतीय उद्योगों को CERN परियोजनाओं में प्रत्यक्ष रूप से भागीदारी के लिए अवसर प्रदान करेगी. एक सदस्य राष्ट्र के रूप में, भारत CERN में वार्षिक रूप से लगभग 77 करोड़ का योगदान देगा.
स्रोत – बिज़नेस स्टैण्डर्ड