केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने जीवन विज्ञान आंकड़ों के लिए देश के पहले राष्ट्रीय भंडार का यहां अनावरण किया। यहां क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र में स्थापित ‘इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’ (आईबीडीसी) में चार ‘पेटाबाइट’ आंकड़ों की भंडारण क्षमता है और त्वरित कंप्यूटिंग सुविधा ‘ब्रह्म’ भी यहीं है।
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सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर में आपदा रिकवरी सेंटर (डीआरसी) की स्थापना की गई है। आईबीडीसी के कार्यकारी निदेशक प्रो सुधांशु व्रती ने कहा कि जीवन विज्ञान संबंधी आंकड़े अब तक यूरोप और अमेरिका में ‘रिपॉजिटरी’ में एकत्र किए जाते थे और देश के भीतर आंकड़े रखने की आवश्यकता महसूस की गई थी। आईबीडीसी ने देश भर में 50 से अधिक शोध प्रयोगशालाओं में 2,08,055 प्रस्तुतियों से 200 अरब से अधिक ‘बेस’ एकत्र किए हैं।
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