भारतीय सेना की 117 इंजीनियर रेजीमेंट की कैप्टन सुरभि जखमोला सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) में विदेशी असाइनमेंट पर तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी होंगी। अधिकारी को दंतक प्रोजेक्ट के तहत भूटान भेजा जाएगा। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) भारत में एक कार्यकारी सड़क निर्माण बल है जो भारतीय सशस्त्र बलों का समर्थन करता है।
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कैप्टन जखमोला को भूटान में BRO की ओर से चलाए जा रहे प्रोजेक्ट दंतक के लिए तैनात किया गया है। इस बारे में BRO ने ट्वीट कर जानकारी दी है। बता दें कि कैप्टन जखमोला 117 इंजीनियर रेजीमेंट में तैनात हैं। BRO ने अपने ट्वीट मेंम कहा, “महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और पहली और ऐतिहासिक पहल के रूप में, 117 इंजीनियर रेजिमेंट की एक भारतीय सेना अधिकारी कैप्टन सुरभि जखमोला को BRO की ओर से भूटान में प्रोजेक्ट दंतक में तैनात किया गया है। वह बीआरओ में विदेशी असाइनमेंट पर तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी हैं।”
In another first and a landmark initiative towards women empowerment, Captain Surbhi Jakhmola, an Indian Army officer from 117 Engineer Regiment stands posted to @BROindia Project Dantak in Bhutan. She is the first woman officer to be posted on foreign assignment in BRO.(1/2) pic.twitter.com/uIrtTMglmi
— 𝐁𝐨𝐫𝐝𝐞𝐫 𝐑𝐨𝐚𝐝𝐬 𝐎𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐬𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 (@BROindia) January 11, 2023
दंतक प्रोजेक्ट क्या है?
दंतक प्रोजेक्ट की शुरुआत 24 अप्रैल, 1961 को हुई थी। इस प्रोजेक्ट की शुरूआत भूटान के तीसरे राजा और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसके तहत भूटान में अब तक कई महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण किया गया है।
बीआरओ के बारे में
बीआरओ भारत में एक कार्यकारी सड़क निर्माण बल है जो भारतीय सशस्त्र बलों का सपोर्ट करता है।बीआरओ भारत की सीमाओं और मित्र पड़ोसी देशों में सड़क नेटवर्क का निर्माण और रखरखाव करता है। यह सशस्त्र बलों के ऑर्डर ऑफ बैटल में भी शामिल है, जो हर समय उनका समर्थन सुनिश्चित करता है। बीआरओ कोसीमा संपर्क में सुधार के लिए 2015 में पूरी तरह से रक्षा मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया गया था। तब से ये रक्षा मंत्रलालय के अंतर्गत ही कार्य करता है।