केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को हाल ही में डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम द्वारा लिखित “पावर विदिन: द लीडरशिप लेगेसी ऑफ नरेंद्र मोदी” नामक एक महत्वपूर्ण पुस्तक भेंट की गई। डॉ. बालासुब्रमण्यम, एक प्रसिद्ध बुद्धिजीवी, कॉर्नेल विश्वविद्यालय में पूर्व रोड्स प्रोफेसर और क्षमता निर्माण आयोग में वर्तमान सदस्य मानव संसाधन हैं, उन्होंने पहले वॉयस फ्रॉम द ग्रासरूट्स और लीडरशिप लेसन्स फॉर डेली लिविंग जैसी प्रशंसित कृतियाँ लिखी हैं।
पुस्तक का सार
“पावर विदिन” पश्चिमी और भारतीय दोनों दृष्टिकोणों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व यात्रा की पड़ताल करती है। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के सफर का वर्णन किया गया है और इसमें पश्चिमी और भारतीयता के दृष्टिकोण की व्याख्या की गई है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक सेवा के इच्छुक व्यक्तियों के लिए एक व्यापक रोडमैप प्रदान करना है।
अंतर्दृष्टि और योगदान
परिप्रेक्ष्य और विश्लेषण
यह पुस्तक में प्रधानमंत्री पद तक मोदी के उत्थान की जांच की गई है, तथा उनकी अथक मेहनत और संवादात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला गया है।
उपाख्यान और राय
मंत्रिमंडल के भीतर और बाहर के सहयोगियों के योगदान के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों जैसे अकादमिक जगत, कॉर्पोरेट जगत और अंतर्राष्ट्रीय विचारकों से मिली अंतर्दृष्टियाँ, मोदी के नेतृत्व पर एक विविध दृष्टिकोण प्रदान करती हैं।
विरासत और प्रभाव
डॉ. जितेंद्र सिंह के अनुसार, यह पुस्तक भारतीय नेतृत्व का एक प्रामाणिक दस्तावेज़ है और भविष्य के शोधकर्ताओं के लिए एक केस स्टडी के रूप में काम करेगी। यह मोदी के प्रयासों को रेखांकित करती है, जिन्होंने भारत की भूमिका को वैश्विक मंच पर ऊँचा उठाया है।