वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस ने भारत में गरीबों की आजन्म सेवा करने वाली नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त नन मदर टेरेसा को संत घोषित कर दिया है।
इस मौके पर संत के रूप में उनके केनननाइजेशन (संतों की सूची में शामिल होने) के जश्न में भारतीय डाक की ओर से मुंबई में मदर टेरेसा पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया गया। संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने डाक टिकट का अनावरण किया।
टेरेसा को उनकी 19वीं पुण्यतिथि की पूर्वसंध्या पर संत की उपाधि दी गई। अल्बानिया की राजधानी स्कोप्ये में 26 अगस्त, 1910 को जन्मीं मदर टेरेसा ने 1950 में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की। इसी संस्था के तहत मदर टेरेसा ने कोलकाता की मलिन बस्तियों में गरीबों की आजीवन सेवा करते हुए पूरा जीवन समर्पित कर दिया और 87 वर्ष की आयु में पांच सितम्बर, 1997 को कोलकाता में उनका निधन हुआ।