प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के भुज में भारत का पहला भूकंप स्मारक, स्मृति वन नाम समर्पित किया है। स्मृति वन एक अनूठा स्मारक है जिसमें जनवरी 2001 में यहां आए विनाशकारी भूकंप में अपनी जान गंवाने वाले 12 हजार से अधिक लोगों के नाम हैं। भूकंप सिम्युलेटर आगंतुकों को भूकंप के झटके के अनुभव की तरह वास्तविक अनुभव प्रदान करेगा। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल मौजूद थे।
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मुख्य बिंदु
- भुज के निकट भुजियो हिल पर स्मृति वन स्मारक को करीब 470 एकड़ क्षेत्र में बनाया गया है। गुजरात सरकार के अधिकारियों के अनुसार, यह देश का पहला ऐसा स्मारक है।
- यह स्मारक कम से कम 13,000 लोगों की जान लेने वाले 26 जनवरी, 2001 के भूकंप के बाद इस त्रासदी से उबरने के लोगों के जज्बे को दर्शाता है। इस भूकंप का केंद्र भुज में था।
- स्मारक पर उन लोगों के नाम अंकित हैं, जिनकी भूकंप के कारण मौत हुई थी। इसमें अत्याधुनिक ‘स्मृति वन भूकंप संग्रहालय’ भी है। प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर यहां आए हैं।
- संग्रहालय 2001 के भूकंप के बाद गुजरात की स्थिति, इसके पुनर्निर्माण की शुरुआत और सफलता की कहानियों को दर्शाता है। यह विभिन्न प्रकार की आपदाओं के बारे में और किसी भी आपदा के लिए भविष्य की तैयारियों की जानकारी देता है।
- इस संग्रहालय में इस क्षेत्र की हड़प्पा सभ्यता, भूकंप के बारे में वैज्ञानिक जानकारी, गुजरात की संस्कृति, चक्रवात के पीछे के विज्ञान और भूकंप के बाद कच्छ की सफलता की कहानी को दर्शाया जाएगा।
- आगंतुकों के लिए संग्रहालय में 50 दृश्य-श्रव्य मॉडल, एक होलोग्राम और अन्य सुविधाएं हैं। भुजियो हिल कच्छ क्षेत्र के पूर्व शासकों का सैन्य अड्डा था।
- इसमें 300 साल पुराना किला है, जिसकी मरम्मत भी इसी परियोजना के तहत की गई थी। विज्ञप्ति में बताया गया है कि पहाड़ी पर मियावाकी पद्धति से करीब तीन लाख पेड़ भी लगाए गए हैं।