Categories: Uncategorized

मध्यस्थता तंत्र की संस्थागत व्यवस्था पर न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण समिति.

भारत में मध्यस्थता तंत्र के संस्थागतरण की समीक्षा करने के लिए स्थापित एक उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय कानून मंत्रालय को सौंप दी है. इसकी अध्यक्षता जस्टिस (सेवानिवृत्त) बी एन श्रीकृष्ण द्वारा की गयी है.

केंद्र सरकार वाणिज्यिक विवादों के शीघ्र समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और भारत को मध्यस्थता का एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसलिए सरकार ने सिफारिशों की जांच करने और कानून के अनुसार संशोधित कानूनों का निर्णय लिया है.

उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य-
  • कानून और न्याय मंत्रालय में विधायी विभाग और कानूनी मामलों के विभाग शामिल हैं.
  • रविशंकर प्रसाद वर्तमान में भारत सरकार में कानून और न्याय और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के केंद्रीय मंत्री हैं.
स्रोत- प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी)

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
AddThis Website Tools
admin

Recent Posts

रक्षा साहित्य महोत्सव ‘कलम और कवच 2.0’ का आयोजन

रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ (एचक्यू आईडीएस) के तत्वावधान में संयुक्त युद्ध अध्ययन…

6 hours ago

कौन हैं जस्टिस बीआर गवई, जो होंगे देश के अगले CJI

भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने 16 अप्रैल 2025 को सुप्रीम कोर्ट के…

9 hours ago

कौन है डेनियल नोबोआ, जिन्हें चुना गया इक्वाडोर का राष्ट्रपति

इक्वाडोर के दक्षिणपंथी मौजूदा राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने दूसरे दौर के राष्ट्रपति रन-ऑफ चुनाव में…

12 hours ago

मॉर्गन स्टेनली ने भारत के वित्त वर्ष 26 के पूर्वानुमान को घटाया

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए ऊंचे…

13 hours ago

राष्ट्रीय राजमार्ग उत्कृष्टता पुरस्कार (एनएचईए) 2023

भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास में नवाचार को बढ़ावा देने, उत्कृष्टता को मान्यता देने…

13 hours ago