अपनी स्ट्राबेरी के लिए प्रसिद्ध महाराष्ट्र का एक गाँव जल्द ही दुर्लभ मराठी पुस्तकें एवं पत्रिकाएं पढ़ने के लिए भी उपलब्ध करायेग. 4 मई 2017 से भिलर गाँव भारत का पहला पुस्तक गाँव (book village) बन जायेगा जहाँ 25 विभिन्न स्थानों पर पर्यटक एवं स्थानीय लोग आकर पुस्तकें, पत्रिकाएं, समाचारपत्र आदि पढ़ सकते हैं.
ब्रिटिश काल के लोकप्रिय हिल स्टेशन महाबलेश्वर के निकट स्थित भिलर गाँव स्थानीय स्तर पर उत्पादित स्ट्रॉबेरी के लिए प्रसिद्ध है उअर बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है.
भिलर गाँव की आबादी लगभग 10000 है और इसके आस पास प्रतिवर्ष लगभग 100 टन स्ट्रॉबेरी का उत्पादन होता है जिससे उन्हें 50 करोड़ की आय होती है. गाँव की 90% आबादी स्ट्रॉबेरी की खेती में लगी हुई है.
एनआईएसीएल मेन्स के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य:–
- महाराष्ट्र का भिलर बनेगा भारत का पहला पुस्तक गाँव.
- महाराष्ट्र के राज्यपाल चेन्नामनेनी विद्यासागर राव और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस हैं.
स्रोत – हिंदुस्तान टाइम्स



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