2 जुलाई 1930 को यूपी के शाहजहाँपुर में जन्मे, प्रख्यात लेखक-कहानीकार हृदयेश मेहरोत्रा का सोमवार (31 अक्टूबर) को निधन हो गया. वह 86 वर्ष के थे. हृदयेश का पूरा नाम हृदय नारायण मेहरोत्रा था. वह हृदयेश के नाम से लिखते थे. उनके अब तक 20 कहानी संग्रह और 13 उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं.
उनके उपन्यास ‘सांड़’ और ‘सफेद घोड़ा काला सवार’ उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान से पुरस्कृत हो चुके हैं. मेहरोत्रा ने 13 उपन्यास और लघु कथाओं के 26 कथा-संग्रह लिखे हैं. उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा साहित्य भूषण और पहल सम्मान से नवाजा जा चुका है.
स्रोत – अमर उजाला