
आज गोवा शिपयार्ड में आयोजित एक कार्यक्रम में, केंद्रीय गृह
मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने तटीय गश्ती पोत ‘सारथी’
राष्ट्र को समर्पित किया. इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय
तटरक्षक, नौसेना और समुद्री पुलिस के साथ
मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने तटीय गश्ती पोत ‘सारथी’
राष्ट्र को समर्पित किया. इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय
तटरक्षक, नौसेना और समुद्री पुलिस के साथ
तटीय
सुरक्षा संरचना के ‘केंद्रीय स्तंभ‘ हैं. भारत के कई बड़े शहरों के लंबे समुद्री तट और सुरक्षा
प्रतिष्ठानों की वजह से समुद्री आतंकवाद लगातार सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है.
मंत्री ने कहा कि भारतीय तटरक्षक को सुरक्षा के
साथ भारत के समुद्री पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में काम करना चाहिए. महासागर और समुद्र प्राकृतिक सुरक्षा ढाल
के तौर पर काम करते हैं और आर्थिक समृद्धि के लिए नए अवसर लाते हैं.
साथ भारत के समुद्री पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में काम करना चाहिए. महासागर और समुद्र प्राकृतिक सुरक्षा ढाल
के तौर पर काम करते हैं और आर्थिक समृद्धि के लिए नए अवसर लाते हैं.
सारथी की विशेषताएं
- · 105 मीटर लम्बा यह पोत बोफोर्स तोप एवं
पांच चेतक हेलीकाप्टर से लैस है. - · मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत यह स्वदेश
में निर्मित पोत है. - · सारथी नेविगेशन और कम्यूनिकेशन के
अत्याधुनिक उपकरणों और सेंसर से लैस है. - · यह दो इंजन वाला हल्का हेलिकॉप्टर और
पांच हाई स्पीड बोट लेकर अपने साथ चल सकता है. - · समुद्र में तेल बिखरने से पैदा होने
वाली समस्याओं से निपटने के लिए इस पोत में पल्यूशन रेस्पांस इक्विपमेंट भी है. - · पुराने पोतों के मुकाबले इसकी ऊर्जा
जरूरतों में 10 फीसदी की कमी
की गई है. - · यह गश्ती जहाज पश्चिमी तटों की
निगरानी के साथ-साथ संचार की समुद्री लाइनों की निगरानी भी करेगा. - इस
जहाज की सीमा 6000 समुद्री मील है.