सभी प्रमुख 12 घरेलू बंदरगाह जल्द ही अपनी पूरी बिजली आवश्यकताओं को अक्षय ऊर्जा के माध्यम से पूरा करेंगें, जिससे भारत के सभी सरकारी स्वामित्व वाले बंदरगाह सौर और पवन ऊर्जा पर चलेंगें. इससे भारत के सभी बंदरगाह सौर और पवन ऊर्जा पर चलाने वाला पहला देश बन गया.
सरकार 201 9 तक बंदरगाहों में लगभग 200 मेगावाट सौर और पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता स्थापित करने की योजना बना रही है. इसमें लगभग 150 मेगावाट सौर ऊर्जा और 50 मेगावाट पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता होगी. अगले कुछ वर्षों में इस क्षमता को 500 मेगावाट तक बढ़ाया जायेगा.
एसबीआई पीओ मैन्स परीक्षा के लिए स्टेटिक तथ्य-
- कुछ प्रमुख सरकारी बंदरगाहों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है:
- नवी मुंबई, महाराष्ट्र
- विशाखापत्तनम बंदरगाह, आंध्र प्रदेश
- कोच्चि बंदरगाह, केरल
- न्यू मैंगलोर पोर्ट, कर्नाटक.
- मुंद्रा पोर्ट, गुजरात
- कांडला पोर्ट, गुजरात
- पोर्ट ऑफ क्विलॉन – केरल में सबसे पुराना और दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह
स्त्रोत- द इंडियन एक्सप्रेस



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