अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन इस महीने नयी दिल्ली में आयोजित होने वाली ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए भारत की यात्रा करेंगे और अपने भारतीय समकक्षों विदेश मंत्री एस जयशंकर एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने जारी एक बयान में बताया कि ब्लिंकन 02 नवंबर से 10 नवंबर तक कई देशों की यह यात्रा करेंगे। उन्होंने बताया कि वह पहले इजराइल और जॉर्डन की यात्रा करेंगे और फिर हिंद-प्रशांत के देशों जापान, दक्षिण कोरिया और सबसे आखिर में भारत जाएंगे।
मिलर ने कहा कि ब्लिकंन इजराइल में अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप कदम उठाकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी रक्षा करने के इजराइल के अधिकार के प्रति अमेरिका का समर्थन दोहराएंगे और इजराइल, वेस्ट बैंक एवं गाजा में अमेरिकी नागरिकों की रक्षा करने के प्रयासों, बंधकों की तत्काल रिहाई सुरक्षित करने के लिए काम करने, आम फलस्तीनी नागरिकों के लिए गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने तथा संघर्ष पर और इसे फैलने से रोकने पर चर्चा करेंगे।
क्षेत्रीय चुनौतियों के बीच भारत-अमेरिका संबंध
- हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की दादागिरी के कारण दोनों देशों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
- भारत और चीन मई 2020 से सीमा गतिरोध में हैं, जिससे क्षेत्रीय गतिशीलता में जटिलता बढ़ गई है।
- अमेरिका-चीन संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं, हाल ही में उच्च स्तरीय बैठकों का उद्देश्य खुले संचार चैनल बनाए रखना है।
पिछली बातचीत और भविष्य की योजनाएँ
- ब्लिंकन ने इससे पहले मार्च में नई दिल्ली में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत का दौरा किया था।
- भारत ने जनवरी में क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी की योजना के अनुरूप, गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन को आमंत्रित किया।
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