राज्य के स्वामित्व वाली बीईएमएल (भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड) को इंटीग्रल कोच फैक्टरी (ICF) द्वारा भारत के पहले स्वदेशी निर्मित बुलेट ट्रेनों के डिज़ाइन, निर्माण और कमीशन के लिए ₹866.87 करोड़ का अनुबंध दिया गया है। यह परियोजना भारत के उच्च गति रेल यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि इसमें दो उच्च गति ट्रेन सेट शामिल होंगे, प्रत्येक में आठ कारें होंगी, जिनकी परीक्षण गति 280 किमी/घंटा और परिचालन गति 250 किमी/घंटा होगी। ये ट्रेनें बीईएमएल के बेंगलुरु स्थित संयंत्र में निर्मित की जाएंगी और 2026 के अंत तक लॉन्च होने की योजना है। यह पहल भारत के रेलवे बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने की एक व्यापक योजना का हिस्सा है।
प्रमुख परियोजना विवरण
- अनुबंध मूल्य: ₹866.87 करोड़ दो ट्रेन सेटों के लिए।
- कोच की लागत: प्रत्येक कोच की कीमत ₹27.86 करोड़।
- विशेषताएँ: पूरी तरह से वातानुकूलित चेयर कार कॉन्फ़िगरेशन जिसमें आरामदायक सीटें, गतिशीलता समस्याओं वाले यात्रियों के लिए सुविधाएँ, और ऑनबोर्ड इन्फोटेनमेंट सिस्टम शामिल हैं।
समयसीमा और अपेक्षाएँ
- डिलीवरी की तारीख: 2026 के अंत तक निर्धारित।
- पहले चरण का पूर्ण होना: मुंबई-आधेडाबाद उच्च गति रेल गलियारे का पहला चरण अगस्त 2026 तक चालू होने की उम्मीद है, जबकि पूरा गलियारा 2028 तक पूरा होगा।
संदर्भ और भविष्य के निहितार्थ
बीईएमएल का यह उद्यम भारत की उच्च गति रेल महत्वाकांक्षाओं के संदर्भ में आया है, जिसमें शुरू में जापानी प्रौद्योगिकी पर विचार किया गया था। हालाँकि, स्वदेशी दृष्टिकोण लागत को कम करने और स्थानीय निर्माण को मजबूत करने का लक्ष्य रखता है। इस परियोजना से विकसित अवसंरचना भविष्य में पूरे देश में उच्च गति रेल पहलों को लाभान्वित करने की उम्मीद है, जो रेलवे प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक परिवर्तन को चिह्नित करती है।
बीईएमएल: प्रमुख बिंदु
- पूर्ण नाम: भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML)।
- स्थापना: 1964 में स्थापित, बीईएमएल रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है।
- मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थित।
- मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र: बीईएमएल विभिन्न उत्पादों के निर्माण में शामिल है, जिनमें शामिल हैं:
- रेलवे कोच और घटक।
- निर्माण और खनन उपकरण।
- रक्षा उपकरण।
- महत्वपूर्ण अनुबंध: बीईएमएल ने उच्च गति रेल परियोजनाओं के लिए अनुबंध प्राप्त किए हैं, जिसमें हालिया ₹866.87 करोड़ का अनुबंध शामिल है जो भारत की पहली स्वदेशी बुलेट ट्रेनों के डिज़ाइन और निर्माण के लिए है।
- सुविधाएँ: कंपनी भारत भर में कई निर्माण इकाइयाँ संचालित करती है, जिसमें बेंगलुरु रेल कोच परिसर भी शामिल है, जो रेल कोच निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है।
- नवाचार: बीईएमएल अनुसंधान और विकास पर ध्यान केंद्रित करता है, जो रेलवे और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्वदेशीकरण में योगदान देता है।
- वैश्विक पहुँच: जबकि मुख्य रूप से घरेलू बाजारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, बीईएमएल अपने उत्पादों का निर्यात कई देशों में भी करता है।