एशिया ओलंपिक क्वालीफायर में भारतीय निशानेबाजों ने कौशल और सटीकता का उल्लेखनीय प्रदर्शन देखा, जिसमें योगेश सिंह इस आयोजन के स्टार बनकर उभरे। सिंह ने न केवल पुरुषों की 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल प्रतियोगिता में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक हासिल किया, बल्कि भारतीय तिकड़ी को टीम स्वर्ण दिलाने में भी नेतृत्व किया। इसके अतिरिक्त, अन्य भारतीय निशानेबाजों ने देश के सफल अभियान में योगदान देते हुए विभिन्न श्रेणियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
योगेश सिंह की जीत
योगेश सिंह ने पुरुषों की 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल प्रतियोगिता में असाधारण निशानेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 573 के स्कोर के साथ व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने ओमान के मुआद अल बलुशी को पछाड़ दिया, जिन्होंने 570 के स्कोर के साथ रजत पदक हासिल किया, और इंडोनेशिया के अनंग यूलियान्टो ने रजत पदक जीता। 567 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता। भारतीय दल ने इस स्पर्धा में दबदबा बनाए रखा, जिसमें पंकज यादव और अक्षय जैन क्रमशः चौथे और छठे स्थान पर रहे।
पुरुषों की 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल में टीम की सफलता
योगेश सिंह, पंकज यादव और अक्षय जैन के सामूहिक प्रयास के परिणामस्वरूप भारत ने पुरुषों की 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल प्रतियोगिता में टीम स्वर्ण जीता। तीनों ने उत्कृष्ट समन्वय और कौशल का प्रदर्शन करते हुए 1704 का कुल स्कोर हासिल किया। इस उपलब्धि ने उन्हें ओमान और इंडोनेशिया की टीमों से आगे रखा, जिससे शूटिंग क्षेत्र में भारत का दबदबा मजबूत हुआ।
शॉटगन क्वालिफायर में लक्ष्य का कांस्य
कुवैत सिटी में आयोजित शॉटगन क्वालीफायर में लक्ष्य ने कांस्य पदक हासिल कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। उन्होंने छह खिलाड़ियों के फाइनल में सराहनीय 33 का स्कोर बनाया और क्वालिफिकेशन राउंड में 119 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहे। शॉटगन स्पर्धा में चीन के युहाओ गुओ के साथ शूट-ऑफ के बाद स्वर्ण पदक ईरान के मोहम्मद बेयरनवंड को मिला।
श्रेयसी सिंह का प्रदर्शन
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी सिंह ने महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में भाग लिया और फाइनल में कुल 19 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। श्रेयसी ने पहले पांच राउंड में 115 के संचयी स्कोर के साथ चौथे स्थान पर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। व्यक्तिगत पदक से चूकने के बावजूद श्रेयसी ने टीम की सफलता में योगदान दिया।
महिला ट्रैप टीम रजत
श्रेयसी सिंह ने अपनी साथी मनीषा कीर और भाव्या त्रिपाठी के साथ मिलकर मजबूत टीम प्रदर्शन करते हुए महिला ट्रैप टीम स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया। भारतीय तिकड़ी ने कुल 328 अंक अर्जित किए और कड़ी प्रतिस्पर्धा में चीन से पीछे और कजाकिस्तान से आगे रही।