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एशियन गेम्स 2023: अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज में गोल्ड मेडल जीता

भारत के स्टार एथलीट अविनाश साबले ने एशियन गेम्स 2023 (Asian Games 2023) में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। अविनाश ने 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल में पहला स्थान हासिल करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। एशियन गेम्स 2023 में एथलेटिक्स में भारत का ये पहला गोल्ड मेडल है। उन्होंने 8:19:50 समय के साथ पहला स्थान हासिल किया।

अविनाश साबले एशियन गेम्स के इतिहास में 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष हैं। अविनाश साबले ने 8:19.50 सेकंड में रेस पूरी की। उन्होंने 8:22.79 सेकंड का एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा जो 2018 जकार्ता खेलों में ईरान के हुसैन केहानी ने बनाया था। अवनिशा से पहले सुधा सिंह ने 2010 ग्वांग्झू एशियाई खेलों में महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

 

अविनाश ने रचा इतिहास

अविनाश राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में तीन हजार मीटर स्टीपलचेज (पुरुष) में भारत के पहले पदकवीर हैं। 2022 में बर्मिंघम में उन्होंने रजत पदक जीता था। वहीं, एशियाई खेलों में पुरुषों के तीन हजार स्टीपलचेज में वह भारत के पहले स्वर्ण पदक विजेता एथलीट हैं।

 

इस स्पर्धा में पहला स्वर्ण

यह इस स्पर्धा में पहला स्वर्ण है। 1951 से एशियाई खेल शुरू हुए थे और तब से ही 3000 मीटर स्टीपलचेज (पुरुष) की स्पर्धा शुरू हुई थी, लेकिन भारत के किसी एथलीट ने इसमें स्वर्ण नहीं जीता था। अविनाश साबले ने इस इंतजार को खत्म कर दिया। यह हांगझोऊ एशियाई खेलों में एथलेटिक्स यानी ट्रैक एंड फील्ड में भारत का चौथा पदक है। इससे पहले किरण बालियान ने महिलाओं के शॉटपुट में कांस्य, पुरुषों के 10 हजार मीटर रेस में कार्तिक कुमार ने रजत और गुलवीर सिंह ने कांस्य जीता था।

 

एक गौरवशाली पदक तालिका

3000 मीटर स्टीपलचेज़ स्पर्धा में अविनाश साबले के स्वर्ण पदक के साथ, एशियाई खेल 2023 में भारत की पदक संख्या कुल 45 पदक तक पहुंच गई। इनमें 13 स्वर्ण पदक, 16 रजत पदक और 16 कांस्य पदक हैं। पदकों का यह प्रभावशाली संग्रह विभिन्न विषयों में भारतीय एथलीटों के कौशल को दर्शाता है और अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर भारत की बढ़ती प्रमुखता को दर्शाता है।

 

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vikash

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