पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने आसन कंज़र्वेशन रिज़र्व (Asan Conservation Reserve) को उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल बनने की घोषणा की है, जो इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय महत्व का वेटलैंड’ बनाता है। यह रिज़र्व हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में देहरादून जिले के पास यमुना नदी के तट पर स्थित है।
“आसन कंजर्वेशन रिजर्व ने रामसर साइट घोषित किए जाने वाले नौ मानदंडों में से पांच को पूरा करने के बाद इसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड के रूप में पहचान मिली है। इसने प्रजातियों और पारिस्थितिक समुदायों श्रेणी जल-पक्षियों पर और दूसरा मछली के मानदंडों को पूरा किया है। इसलिए रामसर आसन संरक्षण रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय महत्व का स्थल घोषित किया गया है। इसके साथ, अब भारत में रामसर साइटों की संख्या 38 हो गई है, जो दक्षिण एशिया में सबसे अधिक और उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल है।
वेटलैंड्स पर हुई रामसर कन्वेंशन एक अंतर सरकारी संधि के बारे में:
वेटलैंड्स पर हुई रामसर कन्वेंशन एक अंतर-सरकारी संधि है जिस पर 2 फरवरी, 1971 में ईरानी शहर रामसर में कैस्पियन सागर के दक्षिणी किनारे पर हस्ताक्षर किये गए थे। कन्वेंशन का नाम आमतौर पर “Convention on Wetlands’’ लिखा जाता है। वेटलैंड्स पर कन्वेंशन में भारत 1 फरवरी, 1982 में शामिल हुआ था। वे वेटलैंड्स जो अंतर्राष्ट्रीय महत्व के होते हैं, उन्हें रामसर स्थल घोषित किया जाता हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल ने चार वैश्विक खेल हस्तियों को अपना खेल राजदूत नियुक्त किया है,…
विश्व AMR जागरूकता सप्ताह (WAAW) 18-24 नवंबर तक मनाया जाने वाला एक वार्षिक वैश्विक अभियान…
भारत ने अपनी पहली लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, जो…
कर्नाटक बैंक ने छात्रों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से दो वित्तीय उत्पाद शुरू…
भारत का भारी संचार उपग्रह जीसैट-20, जिसका वजन 4,700 किलोग्राम है, 19 नवंबर 2024 को…
एक बड़ी घटना में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया से चुराई गई…