मुख्यमंत्री पेमा खांडू (Pema Khandu) की अध्यक्षता में अरुणाचल प्रदेश के राज्य मंत्रिमंडल ने “कैसर-ए-हिंद (Kaiser-i-Hind)” को राज्य तितली के रूप में मंजूरी दी। कैसर-ए-हिंद को वैज्ञानिक रूप से टीनोपालपस इम्पीरियलिस (Teinopalpus imperialis) के रूप में जाना जाता है। शाब्दिक अर्थ में इसका अर्थ भारत का सम्राट होता है। तितली का पंख 90-120 मिमी का होता है। यह पूर्वी हिमालय के साथ छह राज्यों में एक अच्छी तरह से जंगली इलाके में 6,000-10,000 फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू अक्टूबर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
कैसर-ए-हिंद वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची II के तहत संरक्षित है। इसके बावजूद, तितली संग्राहकों को आपूर्ति के लिए उनका शिकार किया जाता है। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर ने कैसर-ए-हिंद को रेड लिस्ट कर दिया है।
महत्वपूर्ण तथ्यों:
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
भारत और ब्राज़ील ने स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों के रखरखाव से संबंधित एक त्रिपक्षीय समझौता…
विजय दिवस, जिसे विक्ट्री डे या बिजॉय डिबोस भी कहा जाता है, भारत और बांग्लादेश…
भारत की शहरी अवसंरचना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में एशियाई विकास बैंक…
भारत की प्रमुख आर्थिक नीति थिंक टैंक संस्था — नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च…
पर्यावरण-संवेदनशील अवसंरचना विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण…
देश की पारदर्शिता और जवाबदेही व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, कानून एवं न्याय…