अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस, जिसे अरुणाचल प्रदेश राज्य स्थापना दिवस के रूप में भी जाना जाता है, राज्य के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिवस हर साल 20 फरवरी को मनाया जाता है और इस दिन 1987 में अरुणाचल प्रदेश को केंद्रशासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। यह राज्य “उगते सूरज की भूमि” के रूप में प्रसिद्ध है, क्योंकि भारत में सबसे पहले सूर्योदय यहीं होता है। पूर्वोत्तर भारत में स्थित यह राज्य भूटान, चीन और म्यांमार की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगा हुआ है, जिससे यह भारत के लिए सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बन जाता है।
अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस 2025 पूरे राज्य में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। यह कार्यक्रम राज्य की संस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व को सम्मानित करने का अवसर है, साथ ही इस दिन राज्य की प्रगति और विकास की यात्रा को भी याद किया जाता है।
अरुणाचल प्रदेश के राज्य बनने की यात्रा विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं और प्रशासनिक सुधारों के माध्यम से हुई:
यह दिन अरुणाचल प्रदेश के लोगों के लिए गौरव और उपलब्धियों का प्रतीक है। इस अवसर पर राज्य के संघर्ष और उपलब्धियों को याद किया जाता है और यह दिन संस्कृतिक विविधता और समृद्धि का जश्न मनाने का अवसर प्रदान करता है।
इस वर्ष का स्थापना दिवस भव्य उत्सवों, सरकारी आयोजनों और लोक-संस्कृतिक कार्यक्रमों से भरा होगा।
राज्य स्तरीय समारोह:
संस्कृतिक कार्यक्रम:
सार्वजनिक उत्सव एवं त्यौहार:
निष्कर्ष: अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस केवल एक सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर, विकास और एकता का प्रतीक है। यह दिन अरुणाचल प्रदेश के लोगों को अपनी पहचान, परंपरा और भविष्य की संभावनाओं पर गर्व करने का अवसर देता है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZL के तहत भारत की मौद्रिक नीति समिति…
भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…
सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…