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एपीजे अब्दुल कलाम की 9वीं पुण्यतिथि

एपीजे अब्दुल कलाम की 9वीं पुण्यतिथि |_3.1

मिसाइल मैन के नाम से मशहूर देश के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम की आज 9वीं पुण्‍यतिथि है। डॉ. कलाम महान वैज्ञानिक होने के साथ महान विचारक और लेखक भी थे। उनका पूरा जीवन आज के युवाओं के लिए एक शिक्षा की तरह है।

अब्‍दुल कलाम ने देश का सर्वोच्‍च पद प्राप्‍त किया, लेकिन फिर भी वो हमेशा जमीन से जुड़े रहे। उनका स्‍वभाव बेहद सहज, सरल और विनम्र था। वे हमेशा खुद को एक वैज्ञानिक और शिक्षक की तरह ही देखा करते थे।

प्रमुख योगदान और विरासत

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और रक्षा

डॉ. कलाम ने भारत की अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे देश की सामरिक रक्षा क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में उनके काम में एसएलवी-III परियोजना की देखरेख शामिल है, जिसने भारत के पहले उपग्रह रोहिणी को पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित किया।

परमाणु विकास

डॉ. कलाम ने भारत के परमाणु हथियार परीक्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से 1998 में पोखरण-II परीक्षण, जिसने भारत के रक्षा इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित किया।

स्वास्थ्य सेवा में नवाचार

हृदय रोग विशेषज्ञ सोमा राजू के साथ मिलकर डॉ. कलाम ने 1998 में किफायती “कलाम-राजू स्टेंट” और बाद में 2012 में “कलाम-राजू टैबलेट” विकसित किया, जिसका उद्देश्य दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा में सुधार करना था।

एपीजे अब्‍दुल कलाम की प्रेरक बातें

  • सपने हमारे तभी तभी सच हो सकते है जब सपनों को पूरा करने के लिए अपनी नींद तक का त्याग कर दें।
  • सपने वो नहीं होते जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।
  • देश का सबसे अच्छा दिमाग क्लासरूम के आखिरी बेंचों पर मिल सकता है।
  • यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं, तो कोई भी हमारा सम्मान नहीं करेगा।
  • इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता है, जितना कि कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।
  • मनुष्य के लिए कठिन हालात का होना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके बिना आप सफलता का आनंद नहीं ले सकते हैं।
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