मध्य प्रदेश कैडर के 1998 बैच के आईएएस अधिकारी आकाश त्रिपाठी को केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। उन्हें केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (डीआईसी) का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है।
दोहरी नियुक्ति:
- आकाश त्रिपाठी को डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (DIC) के MD/CEO और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के P&CEO के रूप में नियुक्त किया गया है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा इस दोहरी भूमिका के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
कार्यकाल विवरण:
- DIC में त्रिपाठी का कार्यकाल छह महीने या स्थायी नियुक्ति होने तक रहेगा।
- NeGD में उनका कार्यकाल 18 अगस्त 2024 तक चलेगा।
भूमिकाएं और जिम्मेदारियां:
- DIC के MD/CEO के रूप में, त्रिपाठी डिजिटल इंडिया पहल के तहत प्रमुख परियोजनाओं के कार्यान्वयन में मार्गदर्शन करेंगे, जिनमें तकनीक-सक्षम सार्वजनिक सेवाएं और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना शामिल है।
- NeGD के P&CEO के रूप में, वे ई-गवर्नेंस प्रणालियों के विकास और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होंगे, जिससे भारत के सार्वजनिक प्रशासन में डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा मिलेगा।
डिजिटल गवर्नेंस पर प्रभाव:
- ये भूमिकाएं त्रिपाठी को भारत की डिजिटल गवर्नेंस पहलों के केंद्र में रखती हैं, जिसका उद्देश्य सेवा वितरण को सुव्यवस्थित करना, पारदर्शिता बढ़ाना और प्रौद्योगिकी के माध्यम से नागरिकों की भागीदारी को सुधारना है।
- उनके नेतृत्व से डिजिटल अवसंरचना और नवाचार में महत्वपूर्ण प्रगति की उम्मीद है, खासकर सरकार-से-नागरिक (G2C) सेवाओं में।
सरकार की रणनीतिक पहल:
- यह दोहरी भूमिका सरकार द्वारा प्रमुख डिजिटल कार्यक्रमों में नेतृत्व को मजबूत करने के उद्देश्य को इंगित करती है।
- सार्वजनिक क्षेत्र में त्रिपाठी का अनुभव उन्हें डिजिटल गवर्नेंस के परिवर्तन को संभालने के लिए एक रणनीतिक विकल्प बनाता है।
पूर्व अनुभव:
- त्रिपाठी का प्रशासन और गवर्नेंस में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने बड़े पैमाने पर डिजिटल पहलों के प्रबंधन के लिए तैयारी की है।
- डिजिटल परियोजनाओं, नीतियों के कार्यान्वयन और सार्वजनिक सेवाओं में उनकी पृष्ठभूमि उनकी नई जिम्मेदारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।