भारत के संवैधानिक परिप्रेक्ष्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को नागालैंड के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यह निर्णय नागालैंड के राज्यपाल ला. गणेशन के 15 अगस्त 2025 को निधन के बाद लिया गया। राष्ट्रपति भवन ने 16 अगस्त 2025 को आधिकारिक विज्ञप्ति जारी कर इसकी घोषणा की।
ला. गणेशन फरवरी 2023 से नागालैंड के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे। 80 वर्षीय गणेशन का निधन चेन्नई के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हुआ। उनके निधन से उत्पन्न संवैधानिक रिक्ति को देखते हुए त्वरित कदम उठाना आवश्यक हो गया।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया,
“नागालैंड के राज्यपाल श्री ला. गणेशन के निधन के उपरांत, भारत के राष्ट्रपति ने मणिपुर के राज्यपाल श्री अजय कुमार भल्ला को, उनके वर्तमान दायित्वों के अतिरिक्त, नागालैंड के राज्यपाल का कार्यभार सौंपा है।”
ऐसी अतिरिक्त प्रभार नियुक्तियाँ भारतीय संविधान में सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा हैं, ताकि अचानक उत्पन्न रिक्तियों के बावजूद राज्यपाल पद की जिम्मेदारियाँ बाधित न हों।
सेवानिवृत्त IAS अधिकारी
गृह मंत्रालय में कई वरिष्ठ पदों पर कार्य, जिनमें केंद्रीय गृह सचिव भी शामिल
2024 से मणिपुर के राज्यपाल
अपनी प्रशासनिक दक्षता और सुदृढ़ प्रबंधन क्षमता के लिए प्रसिद्ध
उनकी अस्थायी नियुक्ति नागालैंड में प्रशासनिक और राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने की दृष्टि से अहम मानी जा रही है।
शासन की निरंतरता: नागालैंड में संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन बिना रुकावट जारी रहेगा।
उत्तर-पूर्व पर केंद्र का फोकस: यह नियुक्ति क्षेत्रीय स्थिरता पर केंद्र की प्राथमिकता को दर्शाती है।
परीक्षा दृष्टि से महत्वपूर्ण: सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में समसामयिक घटनाएँ, शासन व राजनीति खंड के लिए प्रमुख तथ्य।
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