केंद्रीय कृषि मंत्री ने हाल ही में नई दिल्ली में राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation – NSC) की अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण और पैकेजिंग इकाई (Seed Processing & Packaging Unit) का उद्घाटन किया। यह पहल किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और कृषि क्षेत्र में गुणवत्ता-आधारित इनपुट्स पर सरकार के फोकस को दर्शाती है।
उद्घाटन की मुख्य विशेषताएँ
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नई इकाई नई दिल्ली के पूसा परिसर (Pusa Complex) में स्थापित की गई है।
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इसे विशेष रूप से सब्ज़ी और फूलों के बीजों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसकी प्रसंस्करण क्षमता प्रति घंटा 1 टन है।
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इसके साथ ही, पांच अन्य NSC संयंत्रों का वर्चुअल उद्घाटन किया गया —
(बरेली, धारवाड़, हासन, सूरतगढ़ और रायचूर) — जिनकी प्रसंस्करण क्षमता प्रत्येक की 4 टन प्रति घंटा है। -
इस अवसर पर NSC द्वारा कई डिजिटल पहलों का भी शुभारंभ किया गया, जिनमें शामिल हैं:
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“Seed Management 2.0” प्रणाली
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किसानों के लिए ऑनलाइन बीज-बुकिंग प्लेटफ़ॉर्म, जिससे वे सीधे अपने बीजों की आवश्यकताओं का ऑर्डर दे सकते हैं।
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राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) — भूमिका एवं महत्व
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राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (PSU) है।
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इसकी स्थापना 1963 में की गई थी।
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इसका मुख्य कार्य —
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प्रमाणित (Certified) गुणवत्ता वाले बीजों का उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण,
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फाउंडेशन एवं ब्रीडर बीजों की आनुवंशिक शुद्धता बनाए रखना।
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इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और यह देश-भर में संचालित होता है।
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NSC का उद्देश्य सभी प्रमुख फसलों के लिए गुणवत्तापूर्ण बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और कृषि उत्पादन में वृद्धि को समर्थन देना है।
नई सुविधा का महत्व
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बेहतर प्रसंस्करण क्षमता: नई दिल्ली सहित छह केंद्रों पर उन्नत बीज प्रसंस्करण क्षमता से NSC बढ़ती मांग को पूरा कर सकेगा और विभिन्न क्षेत्रों की आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा।
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गुणवत्ता आश्वासन एवं किसान विश्वास: आधुनिक तकनीक और डिजिटल बुकिंग से नकली या घटिया बीजों का खतरा घटेगा, जिससे किसानों का भरोसा बढ़ेगा।
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उच्च मूल्य फसलों पर ध्यान: सब्ज़ी और फूलों के बीज प्रसंस्करण इकाई से बागवानी एवं सहायक कृषि क्षेत्रों (horticulture & allied sectors) को बढ़ावा मिलेगा।
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डिजिटल प्रणाली का एकीकरण: ऑनलाइन बुकिंग और प्रबंधन प्रणालियाँ बीज आपूर्ति को पारदर्शी, सुगम और सुलभ बनाती हैं — विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों के छोटे किसानों के लिए।
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सरकारी उद्देश्यों से तालमेल: यह पहल ‘बीज सुरक्षा’ (Seed Security), कृषि इनपुट प्रणालियों के सशक्तीकरण और कुशल कृषि आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) को बढ़ावा देने के लक्ष्य के अनुरूप है।
स्थिर तथ्य
| विषय | विवरण |
|---|---|
| घटना | राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) की बीज प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग इकाई का उद्घाटन |
| स्थान | पूसा कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली |
| उद्घाटनकर्ता | केंद्रीय कृषि मंत्री |
| संस्थापन वर्ष (NSC) | 1963 |
| अधीन मंत्रालय | कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
| नई दिल्ली इकाई की क्षमता | 1 टन प्रति घंटा (सब्ज़ी और फूलों के बीज) |
| अन्य इकाइयाँ (वर्चुअल उद्घाटन) | बरेली, धारवाड़, हासन, सूरतगढ़, रायचूर (प्रत्येक 4 टन/घंटा) |
| डिजिटल पहलें | “Seed Management 2.0”, ऑनलाइन बीज-बुकिंग प्लेटफ़ॉर्म |
| मुख्य उद्देश्य | उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की उपलब्धता और किसानों को सशक्त बनाना |


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