पाकिस्तान के ईसाई शख्स को मिली भारत की नागरिकता, जानें सबकुछ

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) इस साल देश में लागू हो गया है। इसी के तहत अब गोवा में रहने वाले पाकिस्तान के एक ईसाई वरिष्ठ नागरिक को भारत की नागरिकता दे दी गई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शख्स को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र दिया।

वर्तमान में दक्षिण गोवा के कंसौलिम में रहने वाले जोसेफ फ्रांसिस ए परेरा सीएए के तहत भारतीय नागरिकता पाने वाले राज्य के पहले व्यक्ति हैं। जोसेफ ने सीएए लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन किया था और एक महीने के अंदर ही मंजूरी मिल गई।

नागरिकता लेने के लिए आवेदन

बता दें, जोसेफ एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने देश की नागरिकता लेने के लिए आवेदन किया था। जबकि उनकी पत्नी पहले से ही भारत की नागरिक हैं।

साल 2013 में आए थे गोवा

उन्होंने कहा कि मैं साल 1960 में पाकिस्तान गया था और वहां मैंने अपनी शिक्षा पूरी की। मुझे बहरीन में 37 साल काम करने का मौका मिला। 2013 में सेवानिवृत्त के बाद मैं गोवा आ गया था और उसी समय से मैं अपने परिवार के साथ यहां रह रहा हूं। पाकिस्तान में बहुत सारे लोग हैं, लेकिन मैं वहां नहीं गया। मेरी पिछली यात्रा 1979 में हुई थी। जब मैं वहां स्कूली शिक्षा पूरी कर रहा थो तो मैंने बहुत चुनौतिपूर्ण समय देखा। वहां नौकरी के अवसर नहीं थे।

नागरिकता अधिनियम और सीएए

दिसंबर 2019 में पेश किया गया सीएए, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान से सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय राष्ट्रीयता प्रदान करता है, जो 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश कर चुके हैं। पात्र समूहों में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई शामिल हैं। सीएए के अनुसार, 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों से जुड़े लोगों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। इससे पहले भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले लोगों को नागरिकता नहीं दी जाती थी।

वर्तमान स्थिति और सरकारी कार्रवाई

परेरा अब नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 6बी और धारा 5(1)(सी) के तहत भारतीय नागरिक के रूप में पंजीकृत हैं। मुख्यमंत्री सावंत ने कहा कि परेरा सीएए से लाभान्वित होने वाले पहले गोवावासी हैं, जबकि भारत भर में कई अन्य लोगों को भी इस संशोधन के माध्यम से नागरिकता मिली है। गोवा गृह विभाग सक्रिय रूप से ऐसे व्यक्तियों का सर्वेक्षण कर रहा है जो समान नागरिकता के लिए अर्हता प्राप्त कर सकते हैं और पात्र व्यक्तियों को सहायता के लिए सरकार से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

 

जापान में इस साल के सबसे शक्तिशाली तूफान ‘शानशान’ ने दी दस्तक

जापान में इस साल के सबसे शक्तिशाली तूफान ‘शानशान’ ने दस्तक दे दी है। इस तूफ़ान से देश के ज़्यादातर हिस्सों में तेज़ हवाएँ, ऊँची लहरें और भारी बारिश होने की आशंका है। 28 अगस्त, 2024 को, मौसम अधिकारियों ने दक्षिणी क्यूशू के पास तूफ़ान के आने पर उच्चतम स्तर की चेतावनी जारी की, जिसमें 24 घंटों के भीतर 60 सेंटीमीटर (23.6 इंच) तक बारिश होने का अनुमान है। इस स्थिति ने संभावित व्यापक क्षति को लेकर काफ़ी चिंता पैदा कर दी है।

मौसम विभाग ने बताया कि शक्तिशाली तूफान सुबह करीब आठ बजे टकराया। यह 252 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था। वहीं, कागोशिमा प्रान्त के अधिकांश हिस्सों में विशेष तूफान की चेतावनी जारी की गई है। इसके कारण सार्वजनिक परिवहन संचालकों ने रेलगाड़ियां और उड़ानें रद्द कर दी गई है। तूफान उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है।

तूफान और ऊंची लहरों की विशेष चेतावनी

जापान मौसम विज्ञान कार्यालय ने कहा कि कागोशिमा में खतरनाक तूफान और ऊंची लहरों की विशेष चेतावनी जारी की जा रही है। तूफान, तेज हवा और ऊंची लहरों के साथ-साथ भूस्खलन, निचले इलाकों में बाढ़ और दक्षिणी क्यूशू में उफनती नदियों को देखते हुए अधिक सतर्कता बरतें।

मौसम विभाग ने आगे कहा कि कृपया यह भी सलाह दी जाती है कि शुक्रवार के पास आते ही पश्चिमी जापान में भारी बारिश के कारण आपदा का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। तूफान शानशान के कारण मंगलवार से जापान के बड़े हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।

जिन इलाकों में तूफान के लिए चेतावनी जारी की गई, वहां के लोगों से सामुदायिक केंद्रों और अन्य जन शेल्टरों में शरण लेने की अपील की गई है। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि सुबह तक ‘शानशान’ क्यूशू के दक्षिणी द्वीप के आसपास सक्रिय रहा। यह 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर की ओर बढ़ रहा है और 144 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार हवा चल रही है।

इससे पहले सिर्फ 3 बार लेवल 5 वार्निंग जारी की गई

जापान में इससे पहले सिर्फ 3 बार लेवल 5 वार्निंग जारी की गई। जुलाई 2014 में ओकिनावा प्रांत में एक शक्तिशाली तूफान आया था, तब पहली बार ऐसी चेतावनी जारी की गई थी। इसके बाद अक्टूबर 2016 में भी ओकिनावा में ही ऐसी वार्निंग जारी की गई। इसके बाद सितंबर 2022 में क्यूशू आईलैंड में ये वार्निंग जारी की गई।

भारत की दूसरी परमाणु मिसाइल पनडुब्बी का जलावतरण राजनाथ सिंह द्वारा किया गया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विशाखापत्तनम में एक शांत कार्यक्रम में भारत की दूसरी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (SSBN), INS अरिघाट (S-3) को कमीशन करने वाले हैं, जो भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता और दूसरे हमले की क्षमता को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा देगा। 750 किलोमीटर की रेंज वाली K-15 परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस यह पनडुब्बी भारत की रणनीतिक कमान के तहत इंडो-पैसिफिक में गश्त करेगी।

कार्यक्रम और उपस्थित लोग

कमीशनिंग में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, वाइस एडमिरल सूरज बेरी (भारतीय सामरिक कमान के प्रमुख) और डीआरडीओ के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।

सामरिक प्रभाव

आईएनएस अरिघाट के चालू होने के साथ ही भारत के पास अब दो एसएसबीएन हैं – आईएनएस अरिहंत (एस-2) और आईएनएस अरिघाट – जो इसकी परमाणु तिकड़ी को मजबूत करते हैं। लंबे समय तक पानी के भीतर रहने में सक्षम एसएसबीएन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण रणनीतिक लाभ और प्रतिरोध प्रदान करते हैं।

तकनीकी उन्नति

आईएनएस अरिघाट, आईएनएस अरिहंत का उन्नत संस्करण है, जिसने पिछली तकनीकी कमियों को दूर किया है। इसके बाद, भारत अगले साल तीसरे एसएसबीएन, आईएनएस अरिदमन (एस4) को चालू करने की योजना बना रहा है, जिसके बाद चौथा, कोडनेम एस-4* होगा।

भविष्य के घटनाक्रम

भारत जल्द ही अतिरिक्त मिसाइल ट्यूबों के साथ 3,000 किलोमीटर की दूरी तक परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल ले जाने में सक्षम बड़ी पनडुब्बियों की एक नई श्रेणी लॉन्च करेगा। भारतीय नौसेना INS सूरत (गाइडेड मिसाइल स्टील्थ डिस्ट्रॉयर), INS तारागिरी (स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट) और INS वाग्शीर (कलवेरी क्लास अटैक सबमरीन) को शामिल करके अपने बेड़े को मजबूत करने के लिए तैयार है, इस साल अतिरिक्त पनडुब्बियों के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।

ESAF Small Finance Bank ने इनोरी रुपे प्लैटिनम क्रेडिट कार्ड लॉन्च किया

ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के साथ मिलकर इनोरी रुपे प्लैटिनम क्रेडिट कार्ड पेश किया है। यह प्रीमियम वित्तीय उत्पाद कार्डधारकों को विशेष लाभ और विशेषाधिकार प्रदान करता है।

डेबिट कार्ड जारी करने में RuPay का बढ़ता दबदबा

RuPay डेबिट कार्ड जारी करने में अग्रणी खिलाड़ी बनने के लिए तैयार है, खासकर छोटे वित्त बैंकों के आगमन के साथ। 30 मार्च तक, जन धन योजना के तहत 178 मिलियन RuPay डेबिट कार्ड जारी किए गए हैं, जो बाजार में कुल 662 मिलियन डेबिट कार्ड में से हैं। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) RuPay कार्ड को बढ़ावा देने के लिए छोटे वित्त बैंकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है, क्योंकि वे किफायती हैं और लॉन्च होने में समय लगता है।

रुपे लेनदेन में वृद्धि

बिक्री केन्द्रों पर रुपे कार्ड के उपयोग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, 2014-15 में 5.25 मिलियन (1,100 करोड़ रुपये मूल्य) से बढ़कर अप्रैल-जुलाई 2016 में 18.62 मिलियन (2,688 करोड़ रुपये मूल्य) हो गए। इस वृद्धि के बावजूद, 2015-16 में रुपे के बिक्री केन्द्रों पर डेबिट कार्ड लेनदेन 4,474 करोड़ रुपये थे, जो भारत में कुल 158,927 करोड़ रुपये के डेबिट कार्ड लेनदेन की तुलना में एक छोटा हिस्सा है।

रुपे कार्ड के लाभ

रुपे डेबिट कार्ड कई लाभ प्रदान करते हैं, जिसमें भारतीय सर्वर पर डेटा संग्रहण और बैंकों के लिए लागत-प्रभावशीलता शामिल है। यह कार्ड भारत के सभी एटीएम में स्वीकार किया जाता है, और इसका प्रमाणन शुल्क अन्य सेवा प्रदाताओं की तुलना में काफी कम है। इसके अतिरिक्त, कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक और बंधन बैंक जैसे छोटे वित्त बैंकों ने सक्रिय रूप से रुपे को अपनाया है, और लाखों रुपे डेबिट कार्ड जारी किए हैं।

सतीश कुमार रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ नियुक्त

भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) के अधिकारी सतीश कुमार को रेलवे बोर्ड का नया अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया है। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सतीश कुमार बोर्ड के इतिहास में पहले दलित अध्यक्ष और सीईओ होंगे।

कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) द्वारा अनुमोदित यह नियुक्ति 1 सितंबर, 2024 से प्रभावी होगी। बता दें कि सतीश कुमार वर्तमान अध्यक्ष एवं सीईओ जया वर्मा सिन्हा का स्थान लेंगे। सतीश कुमार ने पांच जनवरी 2024 को रेल मंत्रालय में रेलवे बोर्ड में सदस्य (ट्रैक्शन एवं रोलिंग स्टाॉ) का कार्यभार संभाला था।

सतीश कुमार कौन हैं?

भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियर्स सेवा के 1986 बैच के अधिकारी सतीश कुमार मार्च 1988 में भारतीय रेलवे की सेवा में औपचारिक रूप से शामिल हुए। उनके पास 34 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वे उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज में महाप्रबंधक के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने अप्रैल, 2017 से अप्रैल, 2019 तक उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के रूप में भी काम किया था।

वहीं, उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के पद से पहले उन्होंने उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर में वरिष्ठ उप महाप्रबंधक और मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में कार्य किया है। सतीश कुमार ने प्रतिष्ठित मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की है और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से ऑपरेशन मैनेजमेंट और साइबर लॉ में पीजी डिप्लोमा भी किया है

इंग्लैंड के डेविड मलान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया

इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज डेविड मलान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 22 टेस्ट, 30 वनडे और 62 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। जोस बटलर के अलावा मलान इंग्लैंड के दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों में शतक बनाए हैं।

डेविड मलान पिछले साल भारत में हुए वनडे विश्व कप के बाद से टीम का हिस्सा नहीं हैं। हाल ही में इसीबी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीमित ओवरों की सीरीज के लिए टीम का एलान किया था। इसमें भी मलान को जगह नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने संन्यास का फैसला किया।

टी20 रैंकिंग में नंबर-1

इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाज डेविड मलान टी20 रैंकिंग में नंबर-1 रह चुके हैं। मलान को आखिरी बार नवंबर 2023 में खेलते देखा गया था। उन्होंने 2017 में इंग्लैंड के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में उन्होंने 44 गेंदों में 77 रनों की यादगार पारी खेली थी। मलान के नाम टेस्ट में 1074 रन, वनडे में 1450 रन और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1892 रन दर्ज हैं।

अपनी स्थिरता के लिए मशहूर

बाएं हाथ के बल्लेबाज मलान घरेलू सर्किट में अपनी स्थिरता के लिए मशहूर हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने प्रदर्शन को बरकरार रखा। वह आईपीएल में भी खेल चुके हैं। मलान को साल 2021 में पंजाब किंग्स ने 1.5 करोड़ रुपये में टीम का हिस्सा बनाया था। हालांकि, उन्हें सिर्फ एक मैच में खेलने का मौका मिला। उनके नाम आईपीएल में 26 रन दर्ज हैं।

घरेलू क्रिकेट में भी मलान का बोलबाला

घरेलू क्रिकेट में भी मलान का बोलबाला रहा है। उनके फर्स्ट क्लास करियर की तो उन्होंने 212 मैचों में 30 शतक और 58 अर्धशतकों की मदद से 13201 रन बनाए हैं। वहीं, 178 लिस्ट ए मुकाबलों में उनके नाम 6561 रन दर्ज हैं। इस प्रारूप में उन्होंने 16 शतक और 32 अर्धशतक बनाए हैं।

राष्ट्रीय खेल दिवस 2024: इतिहास और महत्व

भारत में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। यह हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसे पहली बार 2012 में उत्सव के दिनों की सूची में शामिल किया गया था। इस दिन कई राज्यों में शारीरिक गतिविधियों और खेलों के महत्व को लेकर जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से कई खेल प्रतियोगिताएं और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। इस दिन का उपयोग विभिन्न खेल योजनाओं को शुरू करने के लिए एक मंच के रूप में भी उपयोग किया जाता है।

साल 2018 में इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया मूवमेंट की शुरुआत की थी। आज के दिन ही देश के प्रतिभाशाली एथलीट्स को कई तरह के खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। इनमें राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसे पुरस्कार शामिल हैं। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में इन एथलीट्स को सम्मानित किया जाता है।

राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है?

राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर मेजर ध्यानचंद के जीवन और उनके योगदान को याद किया जाता है। इस दिन खेलों के महत्व को बढ़ावा दिया जाता है और लोगों को खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस दिन देश के खिलाड़ियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है और युवाओं को खेलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। खेलों से स्वास्थ्य लाभ होते हैं, इसलिए इस दिन फिटनेस और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाता है।

महत्व

हर साल भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय खेल दिवस पर खिलाड़ियों और कोचों को सम्मानित करते हैं। खिलाड़ियों व कोचों को जिन्होंने अपने-अपने खेल से देश को गौरान्वित किया है, उन्हें खेल से जुड़े पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिए जाते हैं। बता दें कि साल 2018 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया आंदोलन की पहल की थी। राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर देश भर में विभिन्न टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं।

मेजर ध्यानचंद कौन थे?

मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त, 1905 को हुआ था. उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता था। उन्होंने अपने अद्भुत हॉकी कौशल से दुनिया को चकित कर दिया था। उन्होंने भारत को 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया था। ध्यानचंद सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिने जाते थे।

राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास

राष्ट्रीय खेल दिवस को भारत के किसी भाग में National Sports Day के नाम से भी जाना जाता है। 1979 में, भारतीय डाक विभाग ने मेजर ध्यानचंद को उनकी मृत्यु के बाद श्रद्धांजलि दी और दिल्ली के राष्ट्रीय स्टेडियम का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, दिल्ली कर दिया। 2012 में, यह घोषणा की गई थी कि खेल की भावना के बारे में जागरूकता फैलाने और विभिन्न खेलों के संदेश का प्रचार करने के उद्देश्य से एक दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए और इसके लिए फिर से मेजर ध्यानचंद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी गई और 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई।

सिंगापुर ने द्वितीय भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) की मेजबानी की

रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने के प्रयास में, सिंगापुर ने 26 अगस्त 2024 को द्वितीय भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) की मेजबानी की। पहली भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक 17 सितंबर 2022 को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। जिसमें सिंगापुर के चार वरिष्ठ मंत्रियों ने भाग लिया। आईएसएमआर एक उच्च-स्तरीय मंच है जो दोनों देशों को रिश्तों के संपूर्ण आयाम पर चर्चा करने और द्विपक्षीय संबंधों के लिए भविष्य के एजेंडे निर्धारित करने के लिए एक तंत्र प्रदान करता है।

दूसरे आईएसएमआर के प्रतिभागी

भारत के चार वरिष्ठ मंत्रियों और सिंगापुर के छह वरिष्ठ मंत्रियों ने दूसरे आईएसएमआर में भाग लिया। भारत का प्रतिनिधित्व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे, सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया।

सिंगापुर प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप प्रधान मंत्री और व्यापार और उद्योग मंत्री गण किम योंग ने किया। इसमें विदेश मंत्री डॉ. विवियन बालकृष्णन; गृह एवं कानून मंत्री के षणमुगम; डिजिटल विकास और सूचना मंत्री और गृह मामलों के दूसरे मंत्री जोसेफिन टीओ, जनशक्ति मंत्री और दूसरे व्यापार और उद्योग मंत्री डॉ टैन सी लेंग, और, परिवहन मंत्री और दूसरे वित्त मंत्री ची होंग टैट भी शामिल थे।

दूसरे आईएसएमआर का एजेंडा

दूसरे आईएसएमआर में दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। इसमें नई दिल्ली में पहली बैठक के बाद से हुई प्रगति की समीक्षा की गई।

2022 में नई दिल्ली में आयोजित पहला आईएसएमआर -डिजिटल कनेक्टिविटी, फिनटेक, पारिस्थितिकीय अर्थव्यवस्था, हरित हाइड्रोजन, कौशल विकास और खाद्य सुरक्षा पर केंद्रित था। पहले आईएसएमआर के परिणामस्वरूप दोनों देशों ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कौशल विकास, डिजिटल सहयोग और सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे ।

दूसरे आईएसएमआर में, भारत और सिंगापुर ने आईएसएमआर के तहत पहचाने गए छह स्तंभों: डिजिटलीकरण, कौशल विकास, स्थिरता, स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा, और उन्नत विनिर्माण और कनेक्टिविटी- पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

भारत सिंगापुर आर्थिक संबंध

सिंगापुर ,भारत का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का स्रोत है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में सिंगापुर से 11.77 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश भारत में हुआ था। 2023-24 में 35.61 बिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार था। आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ) देशों में सिंगापुर भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश है।

हालाँकि, द्विपक्षीय व्यापार सिंगापुर के पक्ष में था। भारत ने 2023-24 में सिंगापुर को 14.41 बिलियन अमेरिकी डॉलर का माल निर्यात किया और 21.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का आयात किया, इस प्रकार भारत का व्यापार घाटा 6.79 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था।

 

हिमाचल सरकार ने ‘मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना’ को मंजूरी दी

हिमाचल प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना’ के लिए सालाना 53.21 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इस योजना का उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं और विकलांग बच्चों के अभिभावकों को उनके बच्चों की शिक्षा और कल्याण को सक्षम करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

शैक्षिक आवश्यकताओं के लिए वित्तीय सहायता

इस योजना के तहत, पात्र परिवारों के 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण संबंधी खर्चों को पूरा करने के लिए 1,000 रुपये का मासिक अनुदान मिलेगा। स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा या व्यावसायिक पाठ्यक्रम करने वालों के लिए, सरकार ट्यूशन और छात्रावास की लागत के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

लक्ष्य समूह और कवरेज

यह योजना उन महिलाओं और विकलांग माता-पिता की सहायता के लिए बनाई गई है जो अपने बच्चों का भरण-पोषण करने में महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यह बाल शोषण, तस्करी, किशोर विवाह और नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोककर बाल संरक्षण से संबंधित मुद्दों को संबोधित करता है। यह विकलांगता, बेरोजगारी और गरीबी के बीच संबंध को भी स्वीकार करता है।

पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

पात्र लाभार्थी महिलाएं, बच्चे और ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी पारिवारिक आय 1 लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक नहीं है। आवेदन स्थानीय बाल विकास परियोजना अधिकारी को प्रस्तुत किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कमजोर परिवारों के लिए एक सहायक वातावरण को बढ़ावा देने और बच्चों को आवश्यक शिक्षा और देखभाल सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया।

सरकार की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह योजना समाज के वंचित वर्गों को सहायता देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस पहल का उद्देश्य उन लोगों को नैतिक और वित्तीय सहायता प्रदान करना है जो अक्सर अपनी शिकायतें व्यक्त करने में असमर्थ होते हैं।

ओडिशा में बर्ड फ्लू का खतरा

ओडिशा के पुरी जिले के पिपिली कस्बे में एवियन इन्फ्लूएंजा के H5N1 स्ट्रेन के कारण बर्ड फ्लू का प्रकोप सामने आया है। वायरस का पता चलने के बाद अधिकारियों ने 11,700 से ज़्यादा मुर्गियों को मार दिया है। संक्रमित मुर्गियों के शवों की जांच भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई-सिक्योरिटी एनिमल डिजीज में की गई, जिसमें H5N1 की मौजूदगी की पुष्टि हुई।

पिछले मामले

इससे पहले अप्रैल 2024 में, केरल के अलाप्पुझा जिले में बत्तखों में बर्ड फ्लू पाये जाने के बाद वहाँ पर बर्ड फ्लू के फैलने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर बत्तखों को मार दिया गया था। भारत में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस ए (एच5एन1) के प्रकोप का पहला मामला फरवरी 2006 में महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के नवापुर तहसील के स्थित एक पोल्ट्री फार्म में सामने आया था।

एवियन इन्फ्लुएंजा या बर्ड फ्लू क्या है?

एवियन इन्फ्लूएंजा, जिसे आमतौर पर “बर्ड फ्लू” कहा जाता है, एक वायरल संक्रमण है जो मुख्यतः पक्षियों में पाया जाता है लेकिन कभी-कभी यह संक्रमित पक्षियों से मनुष्यों में भी फैल सकता है। एवियन इन्फ्लूएंजा A वायरस उपप्रकार H5N1 इन्फ्लुएंजा A(H5N1) मनुष्यों में बर्ड फ्लू का सबसे आम कारण है। हालाँकि, हाल ही में, इन्फ्लूएंजा के H7N7 और H7N9 उपभेदों के कारण भी मनुष्यों में बर्ड फ्लू पाया गया है। मनुष्यों में बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हांगकांग में मुर्गीपालन फार्म के श्रमिकों के बीच पाया गया था। भारत में एवियन इन्फ्लुएंजा ए(एच5एन1) का पहला मानव मामला जून 2021 में हरियाणा से सामने आया था जहां एवियन इन्फ्लुएंजा ए(एच5एन1) संक्रमण के कारण एक 18 वर्षीय लड़के की मृत्यु हो गई थी।

ओडिशा में बर्ड फ्लू

बर्ड फ्लू का हालिया मामला ओडिशा के पुरी जिले में स्थित पिपिली शहर के एक मुर्गीपालन फार्म से आया है। मुर्गीपालन फार्म में मुर्गियों की सामूहिक मौत की रिपोर्ट के बाद, स्थानीय अधिकारियों ने संक्रमित मुर्गियों के शवों को परीक्षण के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजा, जहां पक्षियों के शवों में H5N1 वायरस की उपस्थिति की पुष्टि हुई। भोपाल प्रयोगशाला से पुष्टि के बाद, जिला अधिकारियों ने मुर्गीपालन फार्म, आसपास के घरों और गांव क्षेत्र में पायी जाने वाली सभी मुर्गियों को मारना शुरू कर दिया है।

 

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