तीसरे द्वि-मासिक नीति वक्तव्य में, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई की) मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति दबाव के कारण पॉलिसी दरों में 25 आधार अंक से बढ़ाकर 6.5% कर दिया है.
समिति ने तरलता समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत 25 आधार अंकों से 6.5% तक पॉलिसी रेपो दर में वृद्धि की है. फलस्वरूप, तरलता समायोजन सुविधा के तहत रिवर्स रेपो दर 6.25% तक समायोजित है, और सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) दर और बैंक दर 6.75% तक.
RBI ने वर्ष के दूसरे छमाही के लिए जून में 4.7% से 4.8% की औसत मुद्रास्फीति प्रक्षेपण भी बढ़ाया गया है.केंद्रीय बैंक ने अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुद्रास्फीति के 5% तक बढ़ने का अनुमान लगाया है.पॉलिसी स्टेटमेंट ने इस वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य वृद्धि के कार्यान्वयन का भी उल्लेख किया क्योंकि प्राथमिक कारक इस वर्ष मुद्रास्फीति का प्रतिरोध कर रहा है.सरकार ने MSP को खरीफ फसलों के उत्पादन की लागत के 150% पर तय कर दिया है.
स्रोत- दि आरबीआई
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- उर्जित पटेल- आरबीआई के 24 वें गवर्नर, मुख्यालय- मुंबई, 1 अप्रैल 1935 को कोलकाता में स्थापित किया गया.