भारत और इथियोपिया ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अदीस अबाबा दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच तीन समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। यह प्रधानमंत्री मोदी की इथियोपिया की पहली आधिकारिक यात्रा है, जो अफ्रीका, विशेषकर हॉर्न ऑफ अफ्रीका क्षेत्र के साथ भारत की बढ़ती कूटनीतिक सक्रियता को दर्शाती है।
भारत–इथियोपिया के बीच हस्ताक्षरित प्रमुख MoU
1. सीमा शुल्क प्रशासन में सहयोग
पहला MoU सीमा शुल्क मामलों में प्रशासनिक सहयोग पर केंद्रित है, जिससे दोनों देशों को—
- सूचना साझा करने में सुधार
- सीमा शुल्क से जुड़े अपराधों की रोकथाम
- व्यापार और लॉजिस्टिक्स को सुगम बनाने
- सीमा पार व्यापार में पारदर्शिता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
यह समझौता द्विपक्षीय व्यापार की दक्षता बढ़ाने और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
2. इथियोपियाई दूतावास में डेटा सेंटर की स्थापना
दूसरा MoU इथियोपिया के दूतावास में डेटा सेंटर की स्थापना से संबंधित है। इस पहल से—
- डिजिटल अवसंरचना को मजबूती
- डेटा सुरक्षा और प्रबंधन में सुधार
- ई-गवर्नेंस और कूटनीतिक संचार को समर्थन मिलेगा।
यह समझौता डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत की विशेषज्ञता और साझेदार देशों के साथ उसके सहयोग दृष्टिकोण को दर्शाता है।
3. संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में सहयोग
तीसरा MoU संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियानों में सहयोग पर केंद्रित है, जिसमें भारत और इथियोपिया दोनों ही प्रमुख योगदानकर्ता हैं। इसका उद्देश्य—
- समन्वय और प्रशिक्षण को सुदृढ़ करना
- शांति अभियानों में सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान
- वैश्विक शांति और सुरक्षा को मजबूत करना है।
यह समझौता बहुपक्षीय सहयोग और वैश्विक स्थिरता के प्रति दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
औपचारिक स्वागत और सांस्कृतिक कूटनीति
- प्रधानमंत्री मोदी का अदीस अबाबा में अत्यंत गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
- इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली ने स्वयं हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया।
- उन्हें नेशनल पैलेस में औपचारिक स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक इथियोपियाई कॉफी सेरेमनी में भी भाग लिया, जो आतिथ्य, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सभ्यतागत मूल्यों का प्रतीक है।
भारत–इथियोपिया संबंध: ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
- भारत और इथियोपिया के संबंध लंबे समय से ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपर्कों, शैक्षिक आदान-प्रदान और विकास सहयोग पर आधारित रहे हैं।
- भारत ने शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में इथियोपिया के क्षमता निर्माण प्रयासों में एक विश्वसनीय साझेदार की भूमिका निभाई है।
- प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के बीच मजबूत व्यक्तिगत संबंधों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को नई गति दी है।
मुख्य बिंदु
- प्रधानमंत्री मोदी ने दिसंबर 2025 में इथियोपिया की पहली यात्रा की
- भारत और इथियोपिया के बीच तीन MoU पर हस्ताक्षर हुए
- MoU सीमा शुल्क सहयोग, डेटा सेंटर स्थापना और UN शांति स्थापना से संबंधित
- समझौते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री अबी अहमद अली की उपस्थिति में संपन्न हुए


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