निवेशकों के हितों की रक्षा और बाज़ार में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारतीय प्रतिभूति और विनियमन बोर्ड (SEBI) ने PaRRVA (Past Risk and Return Verification Agency) नामक एक नई सत्यापन प्रणाली लॉन्च की है। यह प्रणाली SEBI-पंजीकृत बाज़ार मध्यस्थों द्वारा किए गए पूर्व प्रदर्शन (past performance) के दावों की स्वतंत्र और विश्वसनीय जाँच करती है।
यह तंत्र Care Ratings और राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के सहयोग से विकसित किया गया है। 8 दिसंबर 2025 को इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया — खासकर ऐसे समय में जब ऑनलाइन फिनफ्लुएंसर्स द्वारा गलत निवेश सलाह और बढ़ा-चढ़ाकर किए गए दावों का प्रभाव तेज़ी से बढ़ रहा है।
PaRRVA का उद्देश्य और दायरा
PaRRVA निम्न SEBI-पंजीकृत मध्यस्थों द्वारा किए गए पिछले रिटर्न और उससे जुड़े जोखिमों की पुष्टि (वैरिफिकेशन) करेगा:
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रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स
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रिसर्च एनालिस्ट
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एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग सेवा प्रदाता
अब ये मध्यस्थ निवेशकों को सत्यापित (validated) प्रदर्शन डेटा प्रदान कर सकेंगे, जिससे निवेशक अधिक सूझबूझ के साथ निर्णय ले पाएँगे और झूठे दावों का प्रभाव कम होगा।
फिनफ्लुएंसर समस्या पर नियंत्रण
SEBI के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने लॉन्च के दौरान कहा कि फिनफ्लुएंसर्स और गैर-पंजीकृत सलाहकारों की बढ़ती गतिविधियों से बाज़ार में गलत सूचना का खतरा बढ़ गया है।
कई फिनफ्लुएंसर्स:
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मनगढ़ंत या अप्रमाणित रिटर्न दिखाते हैं
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फॉलोअर्स और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए भ्रामक सामग्री प्रस्तुत करते हैं
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पंजीकृत सलाहकारों के भरोसेमंद कार्यों को ओवरशैडो कर देते हैं
PaRRVA के माध्यम से SEBI यह सुनिश्चित करना चाहता है कि पंजीकृत पेशेवर विश्वसनीय, स्वतंत्र रूप से सत्यापित डेटा का उपयोग कर सकें और निवेशकों का भरोसा औपचारिक वित्तीय प्रणाली में बढ़े।
PaRRVA की संरचना और कार्यप्रणाली
PaRRVA दो-स्तरीय ढाँचे पर आधारित है:
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PaRRVA एजेंसी:
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एक SEBI-पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसी
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रिटर्न डेटा का सत्यापन करेगी
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PaRRVA डेटा सेंटर (PDC):
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NSE जैसे मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज
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डेटा स्टोरेज और स्वतंत्र जाँच सुनिश्चित करेगा
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दोनों एजेंसियाँ एक मानकीकृत और पारदर्शी विधि से पिछले रिटर्न की पुष्टि करेंगी, जिससे सभी मध्यस्थों के लिए विश्वसनीयता और एकरूपता सुनिश्चित होगी।
मुख्य विशेषताएँ:
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Selective disclosure प्रतिबंधित: केवल उच्च रिटर्न दिखाने की अनुमति नहीं
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अनिवार्य प्रदर्शन अवधि सत्यापन: डेटा का ‘चेरी-पिकिंग’ रोकने के लिए
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निवेशकों की जागरूकता बढ़ाना
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भ्रामक मार्केटिंग पर अंकुश
स्थिर संदर्भ: फिनफ्लुएंसर्स कौन होते हैं?
फिनफ्लुएंसर्स: वे व्यक्ति जो सोशल मीडिया पर वित्तीय सलाह, स्टॉक टिप्स या निवेश रणनीतियाँ साझा करते हैं — लेकिन SEBI द्वारा पंजीकृत नहीं होते।
इनमें से कई:
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भ्रामक दावे करते हैं
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जोखिमपूर्ण योजनाओं को प्रमोट करते हैं
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कोई जवाबदेही नहीं रखते
PaRRVA का उद्देश्य निवेशकों को सत्यापित, विश्वसनीय डेटा उपलब्ध कराकर इस समस्या को संतुलित करना है।
मुख्य बिंदु
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SEBI ने PaRRVA लॉन्च किया — पूर्व रिटर्न दावों के सत्यापन के लिए नई प्रणाली।
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Care Ratings और NSE के सहयोग से विकसित।
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गलत और बढ़ा-चढ़ाकर किए गए दावों पर रोक लगाने में मदद करेगा।
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एकसमान, पारदर्शी कार्यप्रणाली का उपयोग करेगा।
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उद्देश्य: निवेशकों की सुरक्षा और फिनफ्लुएंसर प्रभाव को कम करना।


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