भारत के बैंकिंग क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए फिनो पेमेंट्स बैंक को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) से इन-प्रिंसिपल (सैद्धांतिक) मंजूरी मिली है कि वह स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) में परिवर्तित हो सकता है। यह घोषणा 5 दिसंबर 2025 को की गई। फिनो वह पहला पेमेंट्स बैंक है जिसे यह अनुमति मिली है। यह मंजूरी फिनो द्वारा ‘ऑन टैप’ SFB लाइसेंसिंग फ्रेमवर्क के तहत लगभग दो वर्ष पहले दिए गए आवेदन के बाद प्राप्त हुई है।
पेमेंट्स बैंक क्या होते हैं?
पेमेंट्स बैंक वित्तीय समावेशन बढ़ाने के लिए बनाए गए बैंक हैं, जिन पर कई प्रतिबंध होते हैं:
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प्रति ग्राहक ₹2 लाख से अधिक जमा स्वीकार नहीं कर सकते
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ऋण/लोन नहीं दे सकते
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फॉरेक्स (विदेशी मुद्रा लेन-देन) की अनुमति नहीं
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केवल डिजिटल बैंकिंग, पेमेंट सेवाएँ, बिल भुगतान, ATM कार्ड, फंड ट्रांसफर जैसी सुविधाएँ दे सकते हैं
स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) क्या है?
स्मॉल फाइनेंस बैंक वे पूर्ण सेवा बैंक होते हैं जिनका उद्देश्य है:
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छोटे और सीमांत किसान
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सूक्ष्म और लघु उद्योग
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असंगठित क्षेत्र के उद्यम
को बैंकिंग और क्रेडिट पहुँच उपलब्ध कराना।
इनकी क्षमताएँ:
- किसी भी राशि की जमा स्वीकार करना
- लोन/क्रेडिट देना
- सभी प्रमुख बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध कराना
- 25% शाखाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में खोलना अनिवार्य
SFB में परिवर्तन के लिए पात्रता
RBI के ‘ऑन टैप’ SFB लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों के अनुसार:
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पेमेंट्स बैंक को कम से कम 5 वर्ष संचालन पूरा करना आवश्यक
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स्वामित्व भारतीय निवासियों के पास हो
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अनुपालन, गवर्नेंस, वित्तीय स्वास्थ्य जैसे मापदंड महत्वपूर्ण
फिनो ने 2017 में काम शुरू किया था, इसलिए पात्रता पूरी करता है।
मंजूरी का महत्व
फिनो के SFB बनने से महत्वपूर्ण बदलाव होंगे:
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जमा की सीमा खत्म — अब बड़े स्तर पर बचत और जमा ले सकेगा
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लोन देने की सुविधा मिलेगी
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प्रतिस्पर्धा में परंपरागत बैंकों के समकक्ष आएगा
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ग्रामीण तथा असंगठित क्षेत्र तक क्रेडिट पहुँच बढ़ेगी
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दूसरे पेमेंट्स बैंकों के लिए मिसाल बनेगा
यह मंजूरी RBI के फिनो की गवर्नेंस और वित्तीय स्थिरता पर भरोसे को भी दर्शाती है।
फिनो के लिए रणनीतिक लाभ
SFB बनने के बाद फिनो:
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अधिक व्यापक ग्राहक आधार को सेवा दे सकेगा
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लेंडिंग से नई आय के स्रोत बनाएगा
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डिजिटल और शाखा नेटवर्क को मज़बूत करेगा
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25% ग्रामीण शाखाओं के नियम का पालन करते हुए वित्तीय समावेशन में बड़ी भूमिका निभाएगा
इस परिवर्तन से फिनो की दीर्घकालिक वृद्धि और लाभप्रदता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की उम्मीद है।
स्थिर तथ्य
| श्रेणी | विवरण |
|---|---|
| बैंक | फिनो पेमेंट्स बैंक |
| मंजूरी | RBI की इन-प्रिंसिपल मंजूरी (SFB में परिवर्तन) |
| घोषणा की तारीख | 5 दिसंबर 2025 |
| संचालन प्रारंभ | 2017 |
| SFB पात्रता | न्यूनतम 5 वर्ष संचालन + भारतीय स्वामित्व |
| RBI फ्रेमवर्क | ‘ऑन टैप’ लाइसेंसिंग (निजी क्षेत्र) |
| SFB अनिवार्यता | 25% शाखाएँ ग्रामीण/अनबैंक्ड क्षेत्रों में |


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