पहली बार भारत के आठ सागर तटों की प्रतिष्ठित “अंतरराष्ट्रीय ईको लेबल ब्लू फ्लैग प्रमाणपत्र” के लिए सिफारिश की गई है। इन समुद्र तटों का चयन प्रख्यात पर्यावरणविदों और वैज्ञानिकों से बना एक स्वतंत्र राष्ट्रीय जूरी द्वारा किया गया था। यह घोषणा केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 18 सितंबर को आयोजित एक आभासी कार्यक्रम के दौरान की।
क्या है ब्लू फ्लैग प्रमाणीकरण?
ब्लू फ्लैग प्रमाणन के लिए चुने गए आठ समुद्र तट हैं
आयोजन के दौरान, केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने भारत के इको-लेबल, तटीय पर्यावरण एवं सुरुचिपूर्ण प्रबंधन सेवा (Beach Environment and Aesthetics Management Services) कार्यक्रम के शुभारंभ की भी घोषणा की।
BEAMS के बारे में:
यह पहल अपने एकीकृत तटीय क्षेत्र प्रबंधन (ICZM) परियोजना के तहत शुरू की गई है। MoEFCC BEAMS कार्यक्रम के तहत परियोजना को एकीकृत तटीय प्रबंधन (SICOM) सोसाइटी द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य तटीय जल में प्रदूषण को कम करना, समुद्र तट की सुविधाओं के सतत विकास को बढ़ावा देना, पर्यावरण और नियम तटीय के अनुरूप समुद्र तटों के लिए स्वच्छता, स्वच्छता और सुरक्षा के उच्च मानकों को बनाए रखना है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय WHO वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र…
भारत और नीदरलैंड्स ने अपने आर्थिक साझेदारी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक…
जम्मू-कश्मीर ने सार्वजनिक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने RESPOND Basket 2025 जारी किया है, जिसके तहत देशभर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को असम में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई…
जर्मन एयरोस्पेस इंजीनियर मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता व्यक्ति बनने जा…