भारत और मालदीव के बीच 5वीं रक्षा सहयोग वार्ता 06 सितंबर, 2024 को नई दिल्ली में आयोजित की गयी। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरामने ने किया, जबकि मालदीव के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के रक्षा बल प्रमुख जनरल इब्राहिम हिल्मी ने किया।
बैठक में दोनों पक्षों को द्विपक्षीय रक्षा सहयोग से संबंधित मामलों पर चर्चा करने का अवसर मिला। इसमें अन्य बातों के अलावा वर्तमान में जारी विभिन्न रक्षा सहयोग परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाना शामिल था।
दोनों पक्षों ने उच्च स्तरीय आदान-प्रदान और क्षमता विकास परियोजनाओं जैसे साझा हितों के कुछ अन्य क्षेत्रों पर भी विचार-विमर्श किया। आगामी द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास में भागीदारी के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की गई। बातचीत की पूरी श्रृंखला परिणाम देने वाली रही, जो निकट भविष्य में दोनों देशों के साझा हितों को आगे बढ़ाएगी और हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि लाएगी।
भारत-मालदीव रक्षा सहयोग: मुख्य बिंदु
- रणनीतिक साझेदारी: भारत और मालदीव के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी है, जिसका ध्यान हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा पर है।
- रक्षा सहायता: भारत मालदीव को रक्षा प्रशिक्षण, उपकरण और बुनियादी ढाँचा सहायता प्रदान करता है।
- संयुक्त सैन्य अभ्यास: “एक्यूवेरिन” जैसे द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास संयुक्त परिचालन क्षमताओं को मजबूत करते हैं।
- हिंद महासागर की सुरक्षा: दोनों देश क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी और समुद्री डकैती विरोधी प्रयासों को सुनिश्चित करने के लिए सहयोग करते हैं।
- क्षमता निर्माण: भारत मालदीव को अपनी नौसेना और तट रक्षक क्षमताओं को विकसित करने में सहायता करता है।